बीर बाल दिवस पर साहिबजादों को दी गई श्रद्धांजलि।वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह
रमेश कुमार
महराजगंज रायबरेली। कस्बा स्थित महावीर इस्टडी एस्टेट सीनियर सेकेंडरी कॉलेज महराजगंज में वीर बाल दिवस साहिबजादो को श्रद्धांजलि के साथ बच्चों ने बहुत उत्साह से मनाया। प्रधानाचार्य कमल वाजपेयी ने बताया कि सिख और पंजाब का इतिहास दसवें सिख गुरु, गुरु गोविंद सिंह के चार पुत्रों अजीत सिंह ,जझार सिंह,जोरावर सिंह, तथा फतेह सिंह के साथ गुरु माता गुजरी के बिना अधूरा है मानव इतिहास में सहिबजांदो की शहादत का कोई सानी नहीं है। सिखों के दसवें गुरु,गुरु गोविंद सिंह उस आध्यात्मिक प्रकाश जो गुरु नानक के साथ शुरू हुई थी। और उसे मार्शल परंपरा जिसे उनके कुछ पूर्वर्तियों ने प्रोत्साहित और सम्मानित किया था ।की परिणति थे। उन्हें संत सैनिक के रूप में जाना जाता है ।इन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की। जोरावर सिंह भाइयों ने धर्म परिवर्तन को अस्वीकार करते हुए अपनी जान गवा दी ।उन्हीं की शहादत में वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है ।भावेश सिंह, यदि देश हित मरना पड़े, कविता सुनाकर सबका मन मोह लिया। काव्यांजलि को श्रद्धांजलि के रूप में अर्पित किया। सभी को अपने समाज धर्म देश एवं जन्म की मिट्टी से प्यार करना चाहिए। इसकी रक्षा सर्वोपरि है। इस अवसर पर श्रीमती गिरिजा शुक्ला, राजीव मिश्रा, सौरभ श्रीवास्तव ,दिलीप कुमार ,सरिता मिश्रा ,नीरू बाजपेयी,मंजू सिंह, अनुपम सिंह ,लक्ष्मी सिंह फातिमा साधना सिंह, ज्योति सिंह, आलोक यादव, अभिषेक राज त्रिपाठी, आदर्श शुक्ला ,जय सिंह ,राधा शुक्ला, रुचि सिंह, शिवानी वर्मा ,अमित सिंह लवलेश सिंह ,निखिल शुक्ला, सुरेंद्र प्रजापति,आदि का विशेष योगदान रहा।