बीआरसी पर हुई कार्यशाला में मीना मंच को जीवंत और क्रियाशील बनाने का आह्वान
संवाददाता शशि धामा
खेकड़ा ।कस्बे के बीआरसी केन्द्र पर शनिवार को मीना सुगमकर्ता कार्यशाला का आयोजन हुआ। इसमें उच्च प्राथमिक विद्यालयों में मीना मंच को जीवंत और क्रियाशील बनाए जाने पर बल दिया गया।
कार्यशाला में राज्य स्तरीय सन्दर्भदाता सरिता कुमारी और सुधीर वशिष्ठ ने मीना सुगमकर्ताओं को विद्यालयों में मीना मंच के गठन हेतू जरूरी दिशा निर्देश दिए। कहा कि ,विद्यालयों में मीना मंच के जीवंत और क्रियाशील होने से बालिकाओं को शिक्षा के साथ सुरक्षा और अपने प्रति आत्मविश्वास पैदा होगा। मीना मंच के गठन के बारे में बताते हुए कहा कि, अब समस्त पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में प्रत्येक कक्षा से एक एक पावर एंजिल का चुनाव किया जाना है। बालिकाओं को फाउंडर मेंबर बनाते हुए विद्यालयों में प्रति माह बैठक कराएं। प्रत्येक शनिवार को गतिविधियां खेल तथा जीवन कौशल संबंधित कहानियों को सुगमकर्ता सुनाएं। मीना प्रेरक पावर एंजिल, सुगमकर्ता और प्रधानाध्यापक मिलकर काम करें।
बाल संसद के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ,प्रत्येक विद्यालयों में बच्चों का एक मंत्रीमंडल बनाया जाए, जिसमें बाल संसद नाम देकर बच्चों को लोकतांत्रिक व्यवस्था के बारे में भी बताते हुए शिक्षण के साथ सामाजिकता का बोध कराया जाए। बीईओ सुभाष चंद ने कहा कि ,मीना मंच, बालिकाओं की अभिव्यक्ति और जागरूकता का एक बेहतर मंच है। इसके माध्यम से बालिकाओं में होने वाले परिवर्तनों व शैक्षिक गतिविधियों के प्रति उनको सचेत किया जा सकता है।
कार्यशाला में नीरू जैन, रेनु धामा, निधि, शानू निगम, रेणु गुप्ता, रीना, सुचित्रा, रीतू राठी, कोमल, रेणु तोमर, प्रियंका, मंजू सिंह, दीप शिखा, सोनी यादव, शैली शर्मा, आरती, सुषमा, मनीषा, कल्पना जैन आदि शिक्षिकाएं शामिल रही।