मातृभूमि, मातृभाषा, मातृ संस्कृति की रक्षा के लिए सदा तैयार बेटियां :रवि शास्त्री
••भाला चालन में भी किया गया प्रशिक्षित
संवाददाता आशीष चंद्रमौलि
बडौत।जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वाधान में चौ केहर सिंह दिव्य पब्लिक स्कूल में चल रहे आर्य वीरांगना योग एवं चरित्र निर्माण आवासीय विशेष शिविर के चौथे दिन शिक्षिका सुमेधा आर्या ने बेटियों को पीटी, सूर्य नमस्कार, भूमि नमस्कार, जूडो कराटे के साथ ही लाठी योगासन, प्राणायाम एवं भाले का अभ्यास कराया।
आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश के अधिष्ठाता रवि शास्त्री ने अपने उद्बोधन में कहा, जो लोग विद्वान, धर्मात्मा, सज्जनों के साथ मिलकर यज्ञ आदि उत्तम कर्म करते हैं वह दुखों से, दुर्गुणों से, दुर्व्यसनों से बचे रहते हैं और सुख की प्राप्ति करते हैं। उन्होंने बताया कि,अच्छे व्यक्तियों को पुरस्कार एवं बुरे व्यक्तियों का तिरस्कार करने की आवश्यकता आज समाज को है,जिससे अच्छे लोग उत्साहित होकर अच्छे कार्यों में लगे रहें और बुरे लोग हतोत्साहित होकर बुरे कार्यों से दूर हो सकें। उन्होंने बेटियों से आह्वान किया कि मातृभूमि, मातृभाषा एवं मातृ संस्कृति की रक्षा का संकल्प लेकर उत्साह के साथ जीवन में आगे बढ़ें ,जिससे राष्ट्र की रक्षा हो सके और एक मजबूत राष्ट्र की स्थापना हो।
आर्य विद्वान धर्मपाल त्यागी ने कहा कि, राष्ट्र की प्रत्येक बेटी को स्वाभिमान एवं सम्मान के साथ जीना है ,इसके लिए जो लोग बेटियों का सम्मान नहीं करते हैं ,ऐसे लोगों को बेटियां सबक सिखा कर सही रास्ते पर लाएं। हमारी बेटियां निर्भीक, चरित्रवान व स्वाभिमानी बनें,यही शिविर का उद्देश्य है। इस अवसर ट्रेनर प्रशांत आर्य, प्रधानाचार्य रामपाल सिंह, सभा कोषाध्यक्ष कपिल आर्य,शिक्षा शास्त्री, मनोरमा आर्या, ज्योति, सीमा, किरण,आदि उपस्थित रहे।