भीषण भीड़ के चलते बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन ने फिर जारी की गाइड लाइन, दर्शन को न आएं ये श्रद्धालु

भीषण भीड़ के चलते बांके बिहारी मंदिर प्रबंधन ने फिर जारी की गाइड लाइन, दर्शन को न आएं ये श्रद्धालु

वृंदावन। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या और बिगड़ती व्यवस्था के बीच मंदिर प्रबंधन ने गाइडलाइन जारी कर श्रद्धालुओं से भीड़ के दबाव से बचकर ही दर्शन करने की अपील की है। मंदिर प्रबंधन ने भीड़ के दौरान बुजुर्ग, बच्चे, दिव्यांग व बीमार व्यक्तियों से मंदिर में न आने की भी अपील की है। ताकि भीड़ के दबाव में श्रद्धालुओं की तबीयत न बिगड़े और व्यवस्थएं सुचारू रह सकें। श्रद्धालुओं से मंदिर व प्रशासन द्वारा तय व्यवस्थाओं का नियम से पालन करने की भी अपील मंदिर प्रबंधन ने की है।

भीड़ में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी

ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है और मौसम में भी बदलाव हो रहा है। तो भीड़ के दबाव में श्रद्धालुओं की हालत खराब हो रही है। सिर पर तेज धूप और तपती धरती पर नंगे कदम मंदिर पहुंचने में श्रद्धालुओं को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। श्रद्धालुओं की मुश्किल बैरियर पर रुकने के दौरान और भी बढ़ जाती है।

मंदिर प्रबंधन की गाइड लाइन

ऐसे में मंदिर प्रबंधन ने जारी गाइड लाइन में श्रद्धालुओं से एकल मार्गों का उपयोग करने के साथ पब्लिक एड्रेस सिस्टम का भी सहारा लेने की अपील की है। श्रद्धालु प्रवेश मार्ग से होते हुए मंदिर में दर्शन करने के साथ बाहर निकलते रहें। ताकि पीछे से आने वाले श्रद्धालुओं को भी समय पर प्रवेश मिल सके। श्रद्धालु अपने सामान, जूते-चप्पल एंट्री पाइंटों पर बने क्लाकरूम में ही उतारकर आएं। चूकि मंदिर के समीप जूते रखने की कोई व्यवस्था नहीं है।

 

बच्चों की जेब में नाम, पता लिखकर रखे। ताकि साथ छूटने पर उन्हें मिलवाया जा सके। किसी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना मंदिर कार्यालय में दें। खोयापाया केंद्र का उपयोग भी कर सकते हैं। मंदिर परिसर में दर्शन करके बाहर निकलते रहें। प्रांगण में खड़े होकर भीड़ न बढ़ाएं, ताकि अधिक श्रद्धालुओं को दर्शन सुलभ हो सकें।

यहां उतारें जूते-चप्पल

मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं को मंदिर के एंट्री पाइंटों हरिनिकुंज, विद्यापीठ, सनेहबिहारी मंदिर, जुगलघाट पर क्लाकरूम बनाए हैं। यहां श्रद्धालु अपने जूते-चप्पल उतारकर मंदिर आएंगे। मंदिर के समीप जूता उतारने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। मंदिर के बाहर जूते चप्पल उतारने के बाद जब श्रद्धालु उन्हें लेने लौटते हेैं, तो भीड़ का दबाव बढ़ जाता है।

ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में भीड़ से बिगड़े हालात, तीन श्रद्धालु बेहोश

वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ से हालात बिगड़ गए। भीड़ को संभालने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मंदिर आने वाले रास्तों पर भीड़ ऐसी रही कि महिलाओं और बच्चों की चीख निकल पड़ी। बच्चों को कंधों पर बिठाकर स्वजन मंदिर तक पहुंचे। भीड़ में फंसकर सहारनपुर निवासी युवती बेहोश हो गई। दो अन्य श्रद्धालु भी गश खाकर गिर पड़ीं। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में शनिवार को त्योहारों से भी अधिक भीड़ दर्शन के लिए पहुंच गई।

सुबह मंदिर खुलने से पहले ही हजारों लोग बाहर थे। सुबह साढ़े छह बजे से ही पुलिस ने बैरिके¨डग पर श्रद्धालुओं को रोकना शुरू कर दिया। भीड़ का दबाव ऐसा था पूरे बाजार में कदम रखने तक को जगह नहीं मिल रही थी। यह दबाव दोपहर को राजभोग आरती तक बना रहा। भीड़ में जब श्रद्धालुओं की हालत खराब हुई, तो वे छह फुट ऊंची रे¨लग फांदने से भी नहीं चूके।

सहारनपुर निवासी 21 वर्षीय युवती शालिनी मंदिर के गेट संख्या तीन के समीप पहुंची और उसकी तबीयत बिगड़ गई। बेहोश होती शालिनी को लेकर स्वजन और गार्ड चिकित्सक के पास पहुंचे। चिकित्सक ने बताया युवती का ब्लड प्रेशर कम होने से तबीयत बिगड़ गई थी। इसके कुछ देर बाद भीड़ में फंसने के कारण दिल्ली की 65 वर्षीय कैला देवी और ग्वालियर की 19 वर्षीय मुस्कान भी बेहोश हो कर गिर पड़ीं।