गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर का जीवन एवम कृतित्व

गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर का जीवन एवम कृतित्व

 रमेश बाजपेई 
महराजगंज रायबरेली। कस्बा स्थित महावीर स्टडी इस्टेट सीनियर सेकेंडरी कॉलेज में प्रार्थना सभा में प्रधानाचार्य कमल वाजपेई ने बच्चो को बताया कि रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता के ठाकुर बाडी में हुआ था। पिता देवेंद्रनाथ टैगोर माता शारदा देवी थी।आपकी प्रारंभिक शिक्षा सेंट जेवियर् कालेज तथा बैरिस्टर की शिक्षा लंदन से हुई।1883 में मृड़ालिनी देवी से विवाह हुआ।भाईयो में बड़े भाई सतेंद्रनाथ पहले यूरोपीय सिविल सेवा के नियुक्त व्यक्ति थे।भाई दविजेंद्रनाथ दार्शन की ज्योतिरिंद्रनाथ संगीतकार नाटककार बहन स्वर्ण कुमारी उपन्यासकार थी।रवींद्रनाथ टैगोर जी की गीतांजलि जो कि एक कालजयी रचना हुई।1913 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला।इनकी रचनाएं चोखेरबाली, गोरा, काबुलीवाला आदि चर्चित रचनाएं है।गुरुदेव टैगोर की विशेषज्ञता कई क्षेत्रों तक फैली थी।यह कवि लेखक नाटककार संगीतकार,दार्शनिक, समाज सुधारक,और चित्रकार थे।टैगोर की रचनाएं दो देशों का राष्ट्रगान बना।हमे इनके आदेशो पर चलकर सुंदर भारत का निर्माण करना है।इस अवसर पर पी.आर. ओ,राजीव मिश्रा,सौरभ श्रीवास्तव अनिमेष मिश्रा,सुरेंद्र प्रजापति आदर्श शुक्ला,अभिषेकराज त्रिपाठी आलोक यादव ,लवलेश सिंह ,मंजू सिंह,अनुपम सिंह लक्ष्मी सिंह ,साधना सिंह, ज्योति सिंह,फातिमा,रुचि सिंह जयसिंह राधा शुक्ला,ज्योति जयसवाल सहित सभी शिक्षक शिक्षिकाएं तथा समस्त स्टाफ मौजूद रहा।