गन्ना कोल्हुओ द्वारा रस पकाने के लिए फैलाया जा रहा है प्रदूषण ••खराब टायरों व प्लास्टिक स्क्रैप जलाकर विषाक्त धुएं से ग्रामीण परेशान
संवाददाता आशीष चंद्रमौलि
बडौत। ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यावरण प्रदूषण की अधिकता गन्ना कोल्हुओं पर गन्ने की खोई व पत्ती के बदले प्लास्टिक स्क्रैप का जलया जाना भी है, जिसके विषाक्त धुएं से न केवल आसपास का वातावरण प्रदूषित होता है, बल्कि गुड में भी उसकी कालिमा गिरकर गंभीर बीमारी परोसती है।
जनपद की बडौत तहसील क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में चल रहे गन्ने के कोल्हूओ में रस से गुड़ पकाने के लिए गन्ने की खोई न जलाकर एवं प्लास्टिक की पन्नी पुराने जूते चप्पल जलाने का काम किया जा रहा है, इससे जहरीली हवा बनकर उड़ रही है, लेकिन अधिकारी आंखें मूंद कर बैठे हुए हैं, जिससे इन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इन्हें बंद करने की बजाय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण के नाम पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
बता दें कि, बडौत तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों में कई जगह गांव से बाहर ऐसे कोल्हू चल रहे हैं ,जिसमें रोजाना पॉलिथीन जलाई जा रही हैं। प्लास्टिक जलाने से प्रदूषण जहरीला बनता जा रहा है ,जिससे आम आदमी पर भी इसका प्रभाव बुरे तरीके से पड रहा है । यह ख़तरनाक ऐसा प्रदूषण है, जिससे लोग हर रोज बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद टायर व पॉलीथिन जलाने का काम कोल्हुओ में किया जा रहा है ,जिससे हवा जहरीली होकर लोगों को बीमार करने का काम कर रही है। नगर के आसपास तथा ग्रामीण क्षेत्रों में भी खतरनाक प्रदूषण युक्त जहरीली हवा चल रही है ,जिसमें सांस के मरीजों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, इससे आसपास के वायुमंडल में घुटन हो रही है ,साथ ही इनसे निकलने वाली हवा को जहरीली बना रहा है । क्षेत्र के लोगों ने इन कोल्हुओं पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है्।
प्रतिबंध के आदेश की उड़ाई जा रही है धज्जियां
केंद्र सरकार ने पॉलिथीन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रखा है ,लेकिन बडौत तहसील क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में तमाम को कोल्हुओ पर टायर व पॉलिथीन जलती नजर आ रही हैं, इनकी जांच करने वाला कोई भी अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच तक नहीं कर रहा है ,खाली कागजों में पूर्ति की जा रही है।
तहसील क्षेत्र के ढिकाना निरपुडा बड़का टीकरी दाहा बिनोली सराय मार्ग पुसार छपरोली मार्ग व अन्य कई जगहों पर कोल्हुओ की चिमनी से जहरीली हवा निकल रही है।
खोई मंहगी व प्लास्टिक स्क्रैप सस्ती
एक कोल्हू संचालक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि, गन्ने की खोई को स्टोर किया जा रहा है, जो बाद में गत्ता मिलों पर मंहगी बिकती है, जबकि खराब टायर, सडी गली पालिथिन व प्लास्टिक सस्ती पडती है, जिस वजह से उनका प्रचलन बढ़ा हैं, जो स्वास्थ्य के हिसाब से नुकसानदेह है।