पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग कर बनाया जाए गौरव प्रदेश
नया प्रदेश बनने से रोजगार, उद्योग, नौकरी के अवसर बढेंगे
भारत बचाओ संविधान बचाओ आंदोलन संस्था ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
शामली। भारत बचाओ संविधान बचाओ आंदोलन संस्था ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य गौरव प्रदेश बनाए जाने की मांग की है। इस मौके पर राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को भी सौंपा गया।
जानकारी के अनुसार भारत बचाओ संविधान बचाओ आंदोलन संस्था द्वारा पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य गौरव प्रदेश बनाने की मांग को लेकर संस्था के प्रदेश प्रवक्ता सैयद मौ. असलम के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा। प्रदेश वक्ता ने कहा कि भारत देश का सबसे बडा अगर कोई राज्य है तो वह उत्तर प्रदेश है जिसकी आबादी लगभग 24 से 25 करोड और इसका क्षेत्रफल लगभग 243286 वर्ग किलोमीटर है। उत्तर प्रदेश के अंदर 403 विधानसभा सीट तथा 100 विधान परिषद सीट आती हैं, इसके अंदर 18 मंडल आते हैं व 75 जनपद हैं। यह भारत देश का सबसे बडा 75 जिलों का प्रदेश है जिसके ऊपर पूरे भारत की राजनीति निर्भर करती है जो यूपी में कामयाबी हासिल कर लेता है वो पार्टी दिल्ली की प्रधानमंत्री सीट की ओर बढ जाती है। उन्होंने कहा कि भारत के इतने बडे प्रदेश में से एक छोटा प्रदेश है पश्चिमी उत्तर प्रदेश जिसके अंदर 77 विधानसभा सीटें, 29 जिले, व 6 मंडल आते हैं। जिसकी आबादी 71,217,132 है। उन्होंने मांग की कि इतने बडे प्रदेश में से पश्चिमी उत्तर प्रदेश को निकालकर एक अलग राज्य गौरव प्रदेश बनाया जाए ताकि इसका भरपूर विकास हो सके। इस प्रदेश का मुख्यमंत्री भी अलग होगा, विकास कार्य भी तेजी से होंगे, उद्योगों की कोई कमी नहीं होगी, प्रदेश का युवा बेरोजगार नहीं होगा, प्रदेश दिन दुगनी तरक्की करेगा जिसका उदाहरण हरियाणा, उत्तराखंड है जहां हर क्षेत्र का आदमी मिलेगा इसलिए उनकी संस्था यूपी में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नाम से अलग प्रदेश का निर्माण होना चाहिए। इस मौके पर शाहवेज, मौ. शाकिर, भूरा, मुस्तकीम, कुतुबद्दीन, अंसार अंसारी, सुमैर, फैसल, आमिर, अबरार, निसार, रिहान, शाहिद, नासिर सैफी, असलम, सालिम आदि भी मौजूद रहे।