आवारा पशुओं को पकड़ कर ग्राम पंचायत में किया बंद ग्राम सचिव ने पशुओं को गौशाला भेजा।
इसरार अंसारी
मवाना । आवारा पशुओं को लेकर ग्रामीणों और किसानों का गुस्सा फूटने लगा है। बुधवार को मवाना खुर्द में किसानों ने खेतों में घूम रहे आवारा पशुओं को पकड़कर ग्राम पंचायत भवन में बांध दिया। तहसील देहात क्षेत्र के किसान आवारा पशुओं से परेशान ग्रामीण, किसान समस्या का निस्तारण ना होने पर खुद ही मोर्चा संभालने में जुट गए हैं। इससे पूर्व भी ग्राम बनाके ग्रामीणों ने 40 आवारा पशुओं को पकड़ कर पंचायत घर में बंद कर दिया था। जिसके बाद एसडीएम अखिलेश यादव ने गाड़ियों में आवारा पशुओं को भरकर गौशाला में भिजवा दिया था इसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली थी। वहीं मंगलवार को भाकियू ने आवारा पशुओं के साथ कमिश्नरी कूच करने का ऐलान किया तो बुधवार को मवाना खुर्द में किसानों ने खेतों में घूम रहे आवारा पशुओं को पकड़कर ग्राम पंचायत भवन में बांध दिया। ग्रामीणों ने प्रधान और प्रशासन के खिलाफ़ नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि आवारा पशु किसानों की कीमती फसलों को नष्ट कर रहे हैं और प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। बता दें कि मवाना खुर्द ग्राम पंचायत परिसर में गांव के किसानों ने खेतों में फसलों को नष्ट कर रहे आवारा पशुओं को बंधक बनाकर मवाना खुर्द पंचायत घर में बांध दिया और ग्राम प्रधान शिवकुमार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे सूचना पर पहुंचे ग्राम प्रधान सचिव ने ग्रामीणों को समझाते हुए आवारा पशुओं को गोशाला भिजवा दिया तब जाकर कहीं मामला शांत हुआ किसानों ने चेतावनी दी कि जब तक गांव में घूम रहे आवारा पशुओं को पकड़कर घोटाला नहीं भिजवाया जाता तब तक किसान चुप नहीं बैठेंगे ग्राम पंचायत सचिव के आश्वासन पर सभी पशुओं को गोशाला भिजवा दिया गया। इस दौरान किसानों ने बताया कि सड़कों पर घूम रहे आवारा पशु लोगों की मौत का कारण बनते जा रहे हैं। उन्होंने, जल्द समस्या का निस्तारण ना होने पर एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।