गुरु रविदास महापीठ के जिलाध्यक्ष बन्टी भैया रालोद में हुए शामिल, बसपा-सपा को होगा नुकसान

गुरु रविदास महापीठ के जिलाध्यक्ष बन्टी भैया रालोद में हुए शामिल, बसपा-सपा को होगा नुकसान

-मुजफ्फरनगर की पुरकाजी विधानसभा में आयोजित चुनावी जनसभा में केंद्रीय मंत्री राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के नेतृत्व में शामिल हुए बंटी भैया 

-जिले में लोगों के बीच हर परेशानियों में शामिल रहकर करते रहते हैं सेवा

-इसलिए जिले की तीनों विधानसभाओं में मानी जाती है अच्छी पकड़  


अनिल चौधरी ब्यूरो रिपोर्ट 

हाथरस।  गुरु रविदास महापीठ के जिला अध्यक्ष और बसपा के पुराने नेता विश्वनाथ प्रताप सिंह बंटी भैया मुजफ्फरनगर की पुरकाजी विधानसभा में आयोजित चुनावी जनसभा में केंद्रीय मंत्री राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के नेतृत्व में पार्टी में शामिल हो गए। उनके लोकदल में शामिल होने से बसपा और सपा को हाथरस जनपद में नुकसान होगा। उनकी पकड़ तीनों विधानसभाओं में मानी जाती है। सिकंदराऊ विधानसभा उनका गृह क्षेत्र है। वह हसायन क्षेत्र के ग्राम महासिंहपुर के मूल निवासी हैं सादाबाद और सिकंदराऊ से सटे हुए गांवों में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है । वर्तमान में वह वसुंधरापुरम कॉलोनी के पास न्यू कॉलोनी हाथरस में रहते हैं उनकी हाथरस विधानसभा और सादाबाद विधानसभा क्षेत्र के मुरसान क्षेत्र में भी अच्छी पकड़ हैं। वह पिछली बार बसपा से मुरसान क्षेत्र से ही जिला पंचायत का चुनाव लडना चाहते थे। लेकिन उन्होंने ऐन वक्त पर अपने सासनी हसायन क्षेत्र से ही चुनाव लड़ा और नामांकन से एक दिन पहले  टिकट कटने के बावजूद वह चुनावी टक्कर में बने रहे और बसपा को चौथे स्थान पर पहुंचा दिया। बसपा से निष्कासन होने के बाद उन्होंने बसपा के खिलाफ जंग छेड़ दी उन्होंने हाथरस में बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा का कार्यक्रम नहीं होने दिया। उन्होंने पार्टी के अलीगढ़ मंडल के कोऑर्डिनेटर सूरज सिंह के घर पर जाकर धरना दे दिया। और पार्टी के कोऑर्डिनेटर की शिकायत हेतु लखनऊ आधा दर्जन गाड़ियों के साथ कार्यकर्ताओं को लेकर बसपा सुप्रीमो के घर जा पहुंचे । वह जब बसपा में थे तो उनकी बहुत तूती बोलती थी्। बसपा जिला अध्यक्ष बनीसिंह जाटव से उनकी अच्छी मित्रता थी इसलिए उन्होंने जिले में तमाम नौजवानों को राजनीति से जोड़ने का काम किया था। बड़े-बड़े कोऑर्डिनेटर हाथरस में आने से पहले उनसे चर्चा करते थे बसपा उनको बड़ा रणनीतिकार चाणक्य मानती थी। लेकिन पिछले कई वर्षों से वह पूर्व चेयरमैन आशीष शर्मा के साथ खड़े नजर आए आशीष शर्मा के नगर पालिका चुनाव पर भी उन्होंने बसपा प्रत्याशी रितु उपाध्याय के खिलाफ प्रचार करते हुए मंच से 6 सभाएं उनके समर्थन में संबोधित की थी। और उसका असर भी दिखाई दिया था। सादाबाद विधायक गुड्डू चौधरी प्रदीप भैया के भी वह करीबी माने जाते हैं सहपऊ और मुरसान क्षेत्र में 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने उनकी मदद की । जिला अध्यक्ष श्याम चौधरी से उनकी मित्रता है उनके कहने पर ही वह पार्टी में शामिल हुए हैं। हाथरस में होने वाले सामाजिक एवं राजनीति कार्यक्रमो में हमेशा उनकी अहम भूमिका रहती है। दाऊजी के मेले में डॉ आंबेडकर गोष्टी मैं उन्होंने कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार जी को बुलाकर अपनी ताकत का एहसास कर दिया। वह प्रदेश सरकार के समाज कल्याण राज्य मंत्री असीम अरुण के भी करीबी माने जाते हैं। बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर जी की जयंती जैसे कार्यक्रमों में उनका बड़ा रोल रहता है। इसका फायदा राष्ट्रीय लोकदल को मिलना तय हैं। पंचायत चुनाव में भी लगभग 1 वर्ष है और उसके बाद 27 में विधानसभा का चुनाव है इन चुनावों में पार्टी उनका भरपूर फायदा उठाएगी। वैसे वह जनपद हाथरस में होने वाली किसी भी दलित पिछड़े सर्वसमाज की घटना में अधिकारियों का साथ लेकर हमेशा खड़े नजर आते हैं और सामंजस्य बैठाकर के जनपद में शांति करने का काम करते हैं