नगरपालिका परिषद सीमा विस्तार पर शासन की रोक के बाद बाहरी हुए संभावित प्रत्याशियों के चेहरे लटके

नगरपालिका परिषद सीमा विस्तार पर शासन की रोक के बाद बाहरी हुए संभावित प्रत्याशियों के चेहरे लटके

ब्यूरो डा योगेश कौशिक


बागपत | नगर पालिका सीमा विस्तार और परिसीमन पर शासन की रोक से बाहरी प्रत्याशियों के चेहरे मुरझाए | 

सत्ता की हनक और कोर्ट में दाखिल याचिकाओं को सुनवाई के लिए स्वीकृति मिलने पर जैसे ही शासन ने सीमा विस्तार पर फिलहाल रोक लगा दी है, जिससे चुनाव लड़ने के लिए तैयार कुछ दावेदारों के चेहरे लटक गए हैं | 

भाजपा ने सत्ता की हनक के चलते मनमाफिक सीमा विस्तार कराया, जिसमें पाली, नया गाँव, सिसाना व कलेक्ट्रेट इंडस्ट्रियल एरिया शामिल किया गया था | इन गाँवों में गतवर्ष ग्राम प्रधान का चुनाव हुआ था, लेकिन सत्ता की हनक के चलते उसे नजरअंदाज कर नगर पालिका परिषद् के सीमा विस्तार में ले लिया गया था | वहीं इन ग्रामों के मिलने से अपनी मजबूत दावेदारी मानते हुए भाजपा से टिकट पाने का जुगाड़ और कुछ अन्य का अपना वजूद के चलते चुनावी बिसात बिछाई जाने लगी थी | जातिगत आंकड़े, सामाजिक संबंध आदि का आकलन कर चुनाव लड़ने का दम भरने वाले सम्भावित उम्मीदवार फिलहाल शांत हो गये हैं तथा शासन और कोर्ट से आस लगा रहे हैं, तभी चुनाव लड़ने या न लड़ने का निर्णय लिया जा सकेगा |