वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया।
मवाना इसरार अंसारी। नगर के फलावदा रोड पर स्थित कृषक इण्टर कालिज परिसर में 12 नवम्बर से 19 नवम्बर तक संचालित 73 यूपी बटालियन एनसीसी के आठ दिवसीय संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर में शुक्रवार को सातवें दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कॉलेज के प्रधानाचार्य देवेन्द्र कुमार,जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता कैम्प कमाण्डेण्ट कर्नल वीके कालरा व संचालन कैडेट शानु मोरल ने किया। कैम्प कमाण्डेण्ट कर्नल वीके कालरा ने कैडेटस को सम्बोधित करते हुए कहा कि यहां पर अनुशासन के साथ बिताये साथ दिनों में आप अपने अन्दर जो बदलाव महसूस कर रहे हैं इसको निरन्तर बनाए रखना। डिप्टी कैम्प कमाण्डेण्ट कर्नल आदित्य चौधरी ने भी कैडेट्स के अनुशासन की प्रशंसा करते हुए उनको कैम्प में सीखी अनुशासनात्मक प्रणाली को अपने जीवन में चरितार्थ करने के लिए प्रेरित किया। मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य देवेन्द्र कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि मैं पिछले 7 दिन से समस्त गतिविधियां देख रहा हूं। मैं कैम्प कमाण्डेण्ट, एएनओ, जेसीओ, पीआई स्टाफ की मेहनत एवं कैडेट्स कि समय के प्रति सतर्कता, एकता व अनुशासन देख कर कह सकता हूं कि ये जो कैडेट्स इस कैम्प में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं ये भविष्य में जिस क्षेत्र में भी अपनी सेवा देंगे वहां नव कीर्तिमान स्थापित करेंगे। एनसीसी कैडेट्स ने देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दे कर समां बांध दिया। मुख्य अतिथि, कैम्प कमाण्डेण्ट, डिप्टी कैम्प कमाण्डेण्ट ने बारी बारी से विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे ड्रिल कम्पिटीशन, लाइन कम्पिटीशन, गार्ड ऑफ ऑनर कम्पिटीशन, कल्चर कम्पिटीशन, फायरिंग कम्पिटीशन, नाइट मार्च कम्पिटीशन आदि के विजेता कैडेट्स को प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। कैम्प कमाण्डेण्ट कर्नल वीके कालरा ने मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य देवेन्द्र कुमार को प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया एवं उनका व समस्त कैम्प स्टाफ व कैडेट्स का कैम्प में सहयोग हेतु आभार प्रकट किया। इस अवसर पर लेफ्टिनेंट चन्द्रप्रताप, लेफ्टिनेंट बलराज सिंह, प्रथम अधिकारी राजेंद्र रहमापुर, द्वितीय अधिकारी विरेन्द्र सिंह, तृतीय अधिकारी विनय कुमारी, बीएचएम विनोद कुमार, हवलदार सुरेन्द्र सिंह, प्रधान सहायक रजनीश कोहली आदि उपस्थित रहे।