मुस्लिम भाइयो ने हिन्दू बहनों से भैया दूज पर कराया तिलक

मुस्लिम भाइयो ने हिन्दू बहनों से भैया दूज पर कराया तिलक

किसी शायर ने किया खूब लिखा है

"हिन्दू+मुस्लिम", गर "मुहब्बतों" का "ऐलान" "कर जायेंगे"....."नफ़रतों" के "सौदागर", "सदमे" से ही "मर जायेंगे"......

हिन्दू मुस्लिम एकता की मिशाल एक बार फिर , मनाई भैयादूज 

ब्यूरो डा योगेश कौशिक

बागपत | हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल एक बार फिर ग्राम निरपुडा गांव में मुस्लिम भाइयों ने पेश कर दिखायी है |इससे पूर्व रक्षा बंधन पर भी गाँव के अनेक मुस्लिम युवकों ने चोरी छुपके नहींं बल्कि समारोह पूर्वक राखी बंधवा कर ऐसी ही भावनात्मक मिसाल पेश की थी |

ग्राम निरपुडा में भैया दूज के अवसर पर नईम,शाकिर,सुहेल,अहसान, असगर, शौकीन आदि मुस्लिम युवकों ने विशाखा व नीतू आदि मुंहबोली  हिन्दू बहन से तिलक कराकर इस परम्परा को आगे बढ़ाया है |बहनों से रक्षा का टीका कराने के बाद भैया दोज त्यौहार को मनाकर खुश हुए मुस्लिम युवकों ने कहा कि ,हमारे धर्म मे कुछ व्यक्ति तिलक लगाना गलत मानते हैं, जबकि ऐसा कुछ भी हमारे धर्म में वर्जित नहींं है और न ही हमारी किसी धार्मिक पुस्तक में कहीं पर लिखा हुआ है।  


इससे पूर्व गाँव के मुस्लिम युवकों ने रक्षा बंधन के त्यौहार पर भी पूर्व ग्राम प्रधान मुनेश देवी के आवास पर जाकर ग्राम प्रधान सहित अन्य उपस्थित बहनों से रक्षा सूत्र अपनी कलाई पर बंधवाए थे । ग्राम प्रधान ने गांव की हिंदू बहनों पर इनकी कलाई पर राखी बंधवाई थी।

पूर्व ग्राम प्रधान मुनेश देवी, बहनें और गाँव के मुस्लिम युवक चाहते हैं कि,उनका यह भावनात्मक रिश्ता बेल की तरह से देश में चारों ओर फैले,जिससे समाज में सौहार्द और राष्ट्र की मजबूती के नये आयाम स्थापित हो सकेंगे |