आर्य समाज तेडा के पचासवें स्थापना दिवस पर यज्ञ, प्रवचन और भजनों के द्वारा संस्कार और संस्कृति से जुडने का आह्वान

आर्य समाज तेडा के पचासवें स्थापना दिवस पर यज्ञ, प्रवचन और भजनों के द्वारा संस्कार और संस्कृति से जुडने का आह्वान

संवाददाता सीआर यादव

अमींनगर सराय| आर्य समाज तेड़ा का 50 वां वार्षिकोत्सव के अवसर पर यज्ञ व सत्संग | यज्ञ के ब्रह्मा आचार्य डॉ दिवाकर और यज्ञमान वीरेन्द्र पँवार व धर्मपत्नी श्रीमती गायत्री देवी रही | बताया गया कि, यज्ञ सब प्रकार से कल्याणकारी हैं क्योंकि, सब देवताओं की आत्मा यज्ञ हैं और यज्ञ करने वाले देवताओं की आत्मा तक पहुँचते हैं

बताया कि, हिन्दुओं ,ईश्वर एक है और वही उपासना के योग्य है,अन्य कोई ओर नहीं एवं आपकी धार्मिक पुस्तक वेद हैं,यह बताने का कार्य केवल आर्यसमाज कर रहा है | जो पथ ऋषि, मुनियों, तपस्वियों,और हमारे पूर्वजों ने हमें दिखाया है हम सदैव उस पर चलें | भावी पीढ़ी को जाग्रत कर सँस्कार दें और आर्य समाज से जोड़ें |

 वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित आर्य विद्यालय इण्टर कॉलिज तेड़ा की प्रधानाचार्या डॉ मनीषा मिश्रा ने छात्र-छात्राओं सहित पधारकर आर्य समाज का गौरव बढ़ाया और मुख्य वक्ता की भूमिका निभाई |आर्य समाज तेड़ा की ओर से सभी आर्यजन डॉ मनीषा मिश्रा का आभार व्यक्त किया | मा गिरवर सिंह ने संचालन किया तथा भजनोउपदेशिका सावित्री का बहुत ज्ञानवर्धक प्रवचन हुआ। आर्य समाज तेड़ा के प्रधान मा समय सिंह सभा के अध्यक्ष रहे |

कार्यक्रम में सोनू आर्य जिलेसिंह, कोषाध्यक्ष धर्मवीर सिंह, अतुल आर्य, रणसिंह आर्य, मास्टर गिरवर सिंह, प्रतीक आर्य, प्रवीण कुमार, आशीष पँवार (गोलू) , मंत्री हरपाल तोमर,शशि आर्य , मा रणसिंह, मा ताराचन्द, श्रीमती हेमलता चौहान , कौशल श्रीवास्तव , धर्मेंद्र कुमार, मुकेश कुमार ,अशोक कुमार पवन कुमार धर्मपाल सिंह (पालू), हरि प्रकाश, कृतपाल बसौली, विनोद कुमार आर्य जी फजलपुर, बाबूराम मवीकला आदि लोगों की उपस्थिति सराहनीय रही।