बारिश के चलते रेलवे अंडरपास बने तरणताल, तीस गांवों में वाहनों से आवागमन हुआ बाधित

बारिश के चलते रेलवे अंडरपास बने तरणताल, तीस गांवों में वाहनों से आवागमन हुआ बाधित

संवाददाता आशीष चंद्रमौली

बड़ौत | तहसील क्षेत्र सहित जनपद में रेलवे द्वारा दिल्ली- सहारनपुर रेलमार्ग पर बनाए गए अंडरपास बारिश का पानी भरने से लोगों के लिए आवागमन में फिर बने परेशानी और खतरे का कारण | तीन से चार फुट तक पानी भरने से गांवों में जाने के लिए सडक मार्ग हुए बाधित | 

जनपद में बनाए गये रेलवे के अंडरपासों में बारिश का पानी भरा होने से 30 से अधिक गांवों का संपर्क टूट गया है | रेलवे प्रशासन द्वारा बडका, लोहड्डा ,असारा, जिवाना हाल्ट के पास बनाए गए अंडरपास परेशानी का सबब बनकर रह गए हैं | बारिश के दौरान इनमें 3 से 4 फीट पानी भर जाने से लगभग 30 गांव का संपर्क टूट जाता है तथा लोगों का आवागमन बंद अथवा खतरे से भरा हो जाता है | गत 2 दिन से चल रही बरसात से जनपद के ज्यादातर अंडरपास जलमग्न हो गए हैं, जिसके चलते लोगों के लिए गांवों में जाना भी कठिन हो गया है |

ग्रामीण ऐसे में इन अंडरपासों को तरणताल अथवा स्वीमिंग पूल कहने लगे हैं | पैदल जाने वाले लोग किसी तरह से खेतों आदि से होकर लाइन पर करने में सफल हो जाते हैं, किंतु रोगी और वाहन चालक मजबूरी में वापस हो जाता है |

ज्यादातर अंडरपास में पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं है जिस कारण बडका हिलवाडी बाम औशिक्का इदरीशपुर जिवाना असारा थल मोजिदाबाद नांगल सहित अंडर पास से जुड़े तकरीबन 30 से अधिक गांव का संपर्क टूट गया तथा कई वाहन इनमें फंस गए ,जिन्हें ट्रैक्टर की मदद से बाहर निकाला जा सका | ग्राम वासियों ने रेलवे प्रशासन से जलभराव की समस्या से निजात पाने की मांग की है | कहा कि, रेलवे प्रशासन पानी की निकासी की व्यवस्था करें ,ताकि ग्राम वासियों को अपने गांव में वाहन ले जाने में परेशानी का सामना ना करना पड़े |