तहसीलदार के विरुद्ध अधिवक्ता बैठे धरने पर हटाएं जाने तक धरना समाप्त न करने की थी चेतावनी।

तहसीलदार के विरुद्ध अधिवक्ता बैठे धरने पर हटाएं जाने तक धरना समाप्त न करने की थी चेतावनी।

रमेश बाजपेई 

डलमऊ रायबरेली। तहसील परिसर में तैनात तहसीलदार एवं पेशकार की कार्यशैली से नाराज अधिवक्ताओं का आक्रोश दिन प्रतिदिन बढता जा रहा है। तहसीलदार न्यायालय में मुंह मांगी रकम न देने पर बैनामा , पंजीकृत वसीयत, हिबानामा, सहित आदि अभिलेखों में दाखिल खारिज का कार्य रोका गया है जिससे न्यायालय में अविवादित मुकदमों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इससे नाराज अधिवक्ताओं ने तहसीलदार के विरुद्ध जंग छेड़ दिया है, सोमवार कोअधिवक्ताओं ने डलमऊ तहसील परिसर में घूम घूम कर तहसीलदार के विरुद्ध मुर्दाबाद के नारे लगाए, डलमऊ बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रमेश बहादुर सिंह ने बताया कि जब तक तहसीलदार का स्थानांतरण नहीं होता तब तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा, पूर्व महामंत्री मनोज सिंह ने बताया कि तहसीलदार के द्वारा लगातार भ्रष्टाचार फैलाया जा रहा है, जनता से मनमानी शुल्क लेकर आदेश पारित किया जाता है, अगर तहसीलदार और पेशकार का स्थानांतरण नहीं होता है तो अधिवक्ताओं का गुस्सा भी दिन प्रतिदिन बढ़ता जाएगा, इसके पूर्व में जिलाधिकारी को तहसीलदार का स्थानांतरण किए जाने को लेकर कई बार प्रार्थना पत्र दिए जा चुके हैं। लेकिन जिलाधिकारी महोदय द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है इससे साफ प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं उच्चाधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है जिसके चलते तहसीलदार द्वारा मनमानी तरीके से कार्य किया जा रहा है।अधिवक्ता किशन त्रिपाठी, सुनील गुप्ता, राजीव श्रीवास्तव, शिशिर श्रीवास्तव, अमित श्रीवास्तव, रमेश बहादुर सिंह, पवन त्रिपाठी, वीरेंद्र यादव, सतेन्द्र त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।