कृषक प्रशिक्षण ,प्रशिक्षु किसानों को वितरित किए प्रमाण पत्र ,कृषि यंत्रों का सीखा रखरखाव
संवाददाता शशि धामा
खेकड़ा ।कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित कृषि यंत्रों की देखरेख सम्बंधी प्रशिक्षण में किसानों ने इंजीनियरों से अपनी जिज्ञासा दूर की। प्रशिक्षु किसानों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
चार दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का गुरुवार को समापन हो गया। प्रशिक्षण के दौरान ट्रैक्टर की मरम्मत, रखरखाव संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां कृषकों को दी गई। कृषि अभियंत्रण वैज्ञानिक गौरव शर्मा ने बताया कि ,ट्रैक्टर का समय-समय पर देखभाल करना आवश्यक है, जिससे इसकी कार्य कुशलता बनी रहेगी ,साथ ही इस बात पर जोर दिया कि, कृषक ट्रैक्टर प्रयोग पुस्तिका बनाएं,जिससे वर्तमान तथा भविष्य में रिपेयर व मरम्मत की अवधारणा विकसित की जा सके।
उन्होंने बताया कि, उपकरण निर्माता की सिफारिश के अनुसार ही ट्रैक्टर ग्रीस, ट्रैक्टर के लिए तेल और अन्य स्नेहन का चयन किया जाना चाहिए। नियमित आधार पर प्रतिदिन 8 से 10 घंटे के कार्य उपरांत इंजन में तेल के स्तर की जांच रेडिएटर में पानी और क्लीनर की साफ सफाई आदि आवश्यक करना सुनिश्चित करें। साप्ताहिक आधार पर कृषक टायरों में हवा के दबाव, पंख बेल्ट की जांच, फिल्टर में जमा पानी की निकासी बैटरी में जल स्तर की जांच, गियर बॉक्स में तेल, क्लच सॉफट और बेयरिंग पर ग्रीस आदि का आवश्यक ध्यान रखें। केंद्र के अन्य वैज्ञानिक अमित चौधरी, अनिता यादव, डॉ शिवम सिंह, अंकिता नेगी, देव कुमार, शादाब और प्रवीण कुमार प्रेमी ने भी कार्यक्रम में अपनी सहभागिता दी। प्रतिभागी कृषकों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। किसानों में आदेश, राम मेहर, दीपक, सोनू, कपिल, विधु, देवेंद्र, नाहर सिंह, विपिन, अजय, बालिस्टर, बाल किशोर आदि मौजूद रहे।