तालिबानी अंदाज में मारपीट कर घायल किए युवक के परिजनों को समाजसेवा द्वारा न्याय दिलाने का आश्वासन

तालिबानी अंदाज में मारपीट कर घायल किए युवक के परिजनों को समाजसेवा द्वारा न्याय दिलाने का आश्वासन

संवाददाता मो जावेद

छपरौली। लकड़ी तस्करों की दबंगई के चलते जहां विगत 12 वर्षों में दो परिवार गाँव से पलायन कर चुके हैं वहीं एक युवक पर तालिबानी किस्म के हमले से तीसरा परिवार भी दहशत में है। इतना जरूर है कि, जनपद पुलिस ने घटना को गम्भीरता से लिया है तथा गिरफ्तारियां भी की हैं, पर अभी भी कुछेक पकड से दूर हैं। 

क्षेत्र के गाँव शबगा में दबंग लोगों द्वारा गम्भीर रूप से घायल किये गये युवक के परिजनों से मिलने पहुँचे समाजसेवी आरआरडी उपाध्याय ने पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया तथा बताया कि, इसी सप्ताह लकड़ी तस्करी और साईबर क्राइम में जुड़े दबंगो द्वारा तालिबानी अंदाज़ में 22 वर्षीय शिवम पुत्र विनोद उपाध्याय को उसके घर से ही जबर्दस्ती पकड़कर गलियों से घसीटते हुए अपने घर ले जाकर धारदार हथियारों व डंडो से हमला कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया था। युवक को छुडाने पहुँचे परिजनों के साथ भी मार पीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई थी। पुलिस ने इस इस घटना को गम्भीरता से लेते हुए कई नामजद लोगों को गिरफ्तार किया है और कुछ पुलिस कि गिरफ्त से दूर हैं। गम्भीर रूप से घायल शिवम् का मेरठ के लाला लाजपत राय मैडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।

 

समाजसेवी आरआरडी उपाध्याय ने आरोप लगाया कि, वृक्षों का अवैध कटान, लकड़ी तस्करी और साईबर क्राइम से जुड़े एक परिवार की दबंगता के कारण पहले भी दो परिवार गाँव से पलायन करने को मजबूर हुए हैं। बताया कि, लगभग 8 वर्ष पूर्व लोकेश पुत्र राम किशन जो वर्तमान में सोनीपत के पलड़ा गाँव में रह रहा है तथा लगभग 12 वर्ष पूर्व 40 वर्षीया जसवंती पत्नी जगदीश उपाध्याय का भी मामूली विवाद में हाथ तोड़कर अधमरा कर दिया, जिसे 10 दिन बाद होश आया था। इनसे डरकर गाँव से पलायन कर गये वह वर्तमान में पडोसी जनपद शामली शहर में रह रहे है।

समाजसेवी ने कहा, अपराधी किसी भी जाति व धर्म का हो ,उसे मज़हबी चश्मे से नहीं देखना चाहिए और इस प्रकार के दबंग अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।