10 फरवरी से बच्चों को दी जाएगी पेट में कीड़े मारने की दवा, शारीरिक और मानसिक विकास में भी दवा कारगर : डा अनुज गेरा
संवाददाता आशीष चंद्रमौली
खेकड़ा | जनपद के सभी छह ब्लाक क्षेत्र में 10 फरवरी से कृमि मुक्ति अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए तीन चरणों में एक साल से 19 साल की उम्र तक के बच्चों व किशोरों को पेट में कीड़े मारने की दवा खिलाई जाएगी।
बच्चों को पेट के कीडे मारने वाली दवा खिलाने का कार्यक्रम प्रतिवर्ष अगस्त और फरवरी में चलाया जाता है, जो अभी तक एक दिन का अभियान चलाया जाता था, लेकिन अब इसे तीन चरणों में चलाने की योजना है।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला मैनेजर डा अनुज गेरा ने बताया कि, इसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ, बाल पुष्टाहार, शिक्षा और पंचायती राज समेत 11 विभागों की मदद ली जाएगी। शिक्षक, आशा, एएनएम, सीएचओ और आंगनबाडी शामिल रहेंगे। आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों की मदद से एक वर्ष से पांच वर्ष तक के बच्चों को दवा दी जाएगी, जबकि स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूलों में शिक्षकों की मदद से छह से 19 वर्ष तक के किशोरों को दवा खिलाएगी।
बताया कि, यह दवा चबाकर खानी है, पेट के कीडों के नष्ट होने के साथ ही बच्चों के शारीरिक विकास में भी दवा का महत्वपूर्ण योगदान है। बताया कि, विभाग कार्यक्रम को सुचारू चलाने के लिए जुट गया है