एनएसएस कैंप :छात्राओं ने स्वयं तथा महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने का दिया संदेश, बांटे सेनेटरी पैड्स

एनएसएस कैंप :छात्राओं ने स्वयं तथा महिलाओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने का दिया संदेश, बांटे सेनेटरी पैड्स

संवाददाता आशीष चंद्रमौली

बडौत | नगर के जनता वैदिक कालेज की राष्ट्रीय सेवा योजना चतुर्थ इकाई द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन मासिक धर्म प्रबंधन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ डा वीना कठपालिया द्वारा दीप प्रज्वलित व महामृत्युंजय मंत्र के जाप से किया गया ।

इस दौरान डा वीना कठपालिया, फिजियोथेरेपिस्ट एवं क्लीनिकल न्यूट्रीशियन ने फिजियोथेरेपी के विषय में प्रारंभिक जानकारी दी | बताया, चोट लगने पर पहले तीन दिन ठंडी सिकाई करें और बाद में गर्म सिकाई कर सकते हैं ।उन्होंने बताया,एरोबिक्स के ज़रिए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति फ़िट हो सकते हैं ।कार्डियो एक्सरसाइज़, मांसपेशियों की एक्सरसाइज़ और जुंबा एक्सरसाइज़ के विषय में भी जानकारी देते हुए ट्रेनिंग दी गई ।

कार्यक्रम अधिकारी डा गीता रानी ने बताया कि, किशोरियों में मासिक धर्म के प्रति जागरूकता व मासिक धर्म प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा विगत तीन वर्षों से चुप्पी तोड़ो नामक मुहिम चलाई जा रही है, जिसका उद्देश्य किशोरियों को मासिक धर्म प्रबंधन के प्रति जागरूक करना है । वहीं समाजसेविका और सारथी फाउंडेशन की अध्यक्षा वंदना गुप्ता ने  बस्ती की महिलाओं एवं किशोरियों से मासिक धर्म के विषय में खुलकर चर्चा की। बताया कि ,उन्हें इस दौरान क्या -क्या सावधानियां बरतनी चाहिएं, ताकि कोई बीमारी ना हो। डा गीता रानी ने कहा कि, मासिक धर्म मातृत्व की पहचान है । लाल रंग शुभता का प्रतीक है । अतः इस विषय पर चुप्पी न साधें अपितु खुलकर बात करें ।  

सारथी वेलफ़ेयर फ़ाउंडेशन द्वारा स्वयं सेविकाओं ,बस्ती की किशोरियों और महिलाओं को सेनैटरी पेड्स का वितरण कर पर्सनल हाइजीन का संदेश दिया गया। कसक गुप्ता ने हार्मोनल बदलाव पर चर्चा की ।रेणु गुप्ता ने महिला हेल्पलाइन की जानकारी दी । शिविर में सामाजिक समानता भोज का आयोजन भी किया गया ।इस अवसर पर सविता,पिंकी, कृष्णा, शालू गुप्ता, रेनु, सोनिया, कमलेश, समन्तरा,चमेली,सानिया आदि उपस्थित रही।कार्यक्रम में अन्नु तोमर,आँचल,कनिका,संजना,लक्ष्मी, नेहा, शिवानी रीनू ,तनु,रविता आदि स्वयं सेविकाओं ने सहयोग किया।