प्रकृति और बसंत के सान्निध्य में मानसिक प्रसन्नता की अभिव्यक्ति का पर्व है होली : कपिल शास्त्री 

प्रकृति और बसंत के सान्निध्य में मानसिक प्रसन्नता की अभिव्यक्ति का पर्व है होली : कपिल शास्त्री 

संवाददाता राहुल राणा

दोघट | होली के पावन पर्व पर राष्ट्र के कल्याण एवम् पर्यावरण को शुद्धता प्रदान करने के लिए युवा विद्वान् कपिल शास्त्री के नेतृत्व में अनेक जगह यज्ञ का आयोजन किया गया | क्षेत्र के ग्राम गैडबरा में बिल्लू भगतजी व धर्मेन्द्र राणा , भड़ल में देवेन्द्र आर्य , राजीव पांचाल ,धनोरा में अंकुर व बबलू आर्य के यहां यज्ञ आयोजित किया गया हुआ | वहीं दोघट में पूर्व चेयरमैन के यहां यज्ञ की अग्नि को उद्बुद्ध किया गया।

इस दौरान कपिल शास्त्री ने बताया कि, होली का पर्व बहुत ही उत्साह का पर्व हैं, जिसमें सभी मिलकर प्रकृति के पुष्पित, पल्लवित होने की खुशी तथा फसलों के माध्यम से उज्ज्वल भविष्य की खुशी मनाते हैं |बताया कि, जितने भी पर्व हैं, उन सभी को हमें यज्ञ के द्वारा ही मनाने चाहिएं | देवो ने जो हमें दिया है, हम सबसे पहले यज्ञ के माध्यम से उनके प्रति कृतज्ञता भाव दर्शाते हुए उन्हें ही प्रदान करने का भाव होना चाहिए साथ ही अपने स्वस्थ जीवन की कामना करें ।

कपिल शास्त्री ने सभी से बुराइयों को छोड़ने एवम् अच्छाइयों को धारण करने का आह्वान किया |यज्ञ में यज्ञमानो को आशीर्वाद प्रदान कर उनके भावी जीवन में सुख समृद्धि , स्वास्थ्य और सौभाग्य की कामना की ।