भूमाफियाओं से प्लाट कब्जे की लड़ाई कोर्ट में जीते कारगिल योद्धा को प्रशासन की नहींं मिली मदद, हार गया जीवन की जंग!

भूमाफियाओं से प्लाट कब्जे की लड़ाई कोर्ट में जीते कारगिल योद्धा को प्रशासन की नहींं मिली मदद, हार गया जीवन की जंग!
फोटो मृतक फौजी

3.50 लाख कर्जे के बदले 20 लाख पाने को भूमि विकास बैंक द्वारा जमीन नीलामी की थी तैयारी

संवाददाता अजय कुमार

बालैनी। क्षेत्र के मतानतनगर गाँव में बैंक कर्ज के दबाव के चलते रिटायर्ड फौजी की हृदय गति रुकने से मौत। बैंक द्वारा रिटायर्ड फौजी की जमीन नीलाम की जानी थी, तभी से फौजी डिप्रेशन में चल रहा था। घटना के बाद मौके पर पहुँचे नायब तहसीलदार ने मामले की जानकारी ली और पीड़ित परिवार को मदद दिलाने का आश्वासन दिया। 

मतानतनगर गाँव निवासी 65 वर्षीय राजवीर सिंह पुत्र मलखान सिंह फ़ौज से रिटायर्ड होने के बाद गाँव में ही खेती करने लगा था। वर्ष 2003 में राजवीर ने अपनी जमीन पर भूमि विकास बैंक से 3.50 लाख रूपये का लोन लिया था और उस पैसे से निवाड़ा गाँव के समीप प्लॉट खरीद लिया था, जिस पर भूमाफ़ियाओं ने अवैध कब्जा कर लिया था | इसके बाद मृतक ने कड़ी मेहनत के बाद कोर्ट से मुकदमे में जीत हासिल की ,लेकिन इस सबके बाद भी प्रशासन से लाख शिकायत करने के बाद भी भूमाफियाओ ने कब्जा नही दिलाया जा सका था | 

इस घटना के बाद से जीत के बाद भी हार का एहसास करते हुए फौजी  किसान डिप्रेशन में आ गया था ,उधर भूमि विकास बैंक का कर्ज धीरे धीरे बढ़कर 20 लाख हो गया और कुछ दिन पहले बैंक वालो ने उसकी जमीन की नीलामी की तारीख 18 अप्रैल रख दी थी। 

बताया जा रहा है कि ,तभी से मृतक फौजी डिप्रेशन में था और किसी से बात नहींं कर रहा था | इसी गम में शुक्रवार की रात हृदय गति रुकने से उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने बाद शनिवार को किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनु मलिक भी अपने कार्यकर्ताओं के साथ वहां पहुँचे और मामले की जानकारी ली। 

मामला तूल पकड़ने के बाद नायब तहसीलदार विवेक मिश्रा के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम भी मौके पर पहुँची और मामले की जानकारी लेकर मृतक के परिवार को मदद दिलाने का आश्वासन दिया। किसान संगठन के अनु मलिक ने कहा कि, अगर जल्दी ही प्रशासन ने मृतक के परिवार की मदद नहींं की ,तो कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा |