एटा में ई-रिक्शा लुटेरों के गैंग का हुआ पर्दाफाश 6 लुटेरों को मारहरा पुलिस ने किया गिरफ्तार।
एटा। थाना मारहरा पुलिस ने ई-रिक्शा चोरी की 2 घटनाओं का खुलासा किया है। नशीला पदार्थ खिलाकर ई-रिक्शा चोरी करने वाले अंतर्जनपदीय गिरोह का पर्दाफाश पुलिस ने कर दिया है। पुलिस ने 6 अभियुक्त, चोरी के 4 ई-रिक्शा, 14 ई-रिक्शा बैटरी, 1 ई-रिक्शा कटा, 1 मोबाइल फोन और औजार कीमत करीब 7 लाख रुपए की
बरामदगी की है। पहली घटना के वादी मतीन पुत्र मोहम्मद शमशाद निवासी शीशग्रान कस्बा व थाना मारहरा एटा द्वारा थाना मारहरा पर सूचना दी गई थी। उनके पिता मोहम्मद शमशाद पुत्र दीदार बक्स कस्बा मारहरा स्थित हैदरी चैक से अपनी टिर्री में अज्ञात व्यक्ति को बिठाकर मिरहची की तरफ ले गए थे। बाद में वादी के पिता बेहोशी की हालत में ग्राम नूरपुर के पास बाग में मिले हैं। सवारी के रूप में बैठे व्यक्ति उनके पिता को बेहोश करके टिर्री चुरा ले गए हैं। इस सूचना पर थाना मारहरा पर मुअसं0- 89/2023 धारा 328, 379 भादवि0 बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। वादी रामनरेश पुत्र रामसेवक ग्राम भुरगवा थाना मारहरा एटा द्वारा थाना मारहरा पर सूचना दी गयी थी। कहा गया कि 8 मई को रेलवे स्टेशन मारहरा से तीन सवारी लेकर वह ई-रिक्शा से मिरहची जाते समय रास्ते में सराय बूले खाँ के पास रुककर पेशाब करने लगे। इसी दौरान ई-रिक्शा में बैठे तीनों लोग उनका ई-रिक्शा तथा उनका कीपैड का मोबाइल चोरी करके भाग गए। इस सूचना पर थाना मारहरा पर मुकदमा अपराध संख्या 93/2023 धारा 379 भादवि0 बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। 5 जून को थाना मारहरा पुलिस द्वारा मुखबिर की सूचना पर उपरोक्त अभियोगों में वांछित चल रहे 6 शातिर ई-रिक्शा चोरों को ग्राम चिलासनी थाना कोतवाली देहात एटा से चोरी किए गए 04 ई-रिक्शा, 14 ई-रिक्शा बैटरी, 01 कटा हुआ ई-रिक्शा, 1 चोरी किया गया मोबाइल तथा ई-रिक्शा काटने के औजारों सहित गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थानास्तर से आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है तथा प्रकाश में आए अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु टीम गठित कर सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। अभियुक्त शातिर किस्म के बदमाश है जिनका एक संगठित अंतर्जनपदीय गिरोह है।अभियुक्तों द्वारा मिलकर योजनाबद्ध तरीके से ई-रिक्शा चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता था। अभियुक्त विजय, रेशमपाल, धारा तथा चंदन ई-रिक्शा किराए पर करते थे। ये ई-रिक्शा चालक को खाने-पीने की चीजों कोल्डड्रिंक आदि में नशे की गोली आदि मिलाकर बेहोश कर देते थे। ई-रिक्शा चालक के बेहोश हो जाने के बाद चालक को वहीं सड़क के किनारे फैंक कर ई-रिक्शा को चोरी कर ले जाते हैं।