फसलों को बर्बाद कर रहे दो दर्जन से अधिक पशुओं को पकडा, सहकारी क्रय केन्द्र में किया बंद
संवाददाता आशीष चंद्रमौली
बड़ौत। कोताना गांव में आवारा पशुओं से लगातार फसलों की बरबादी और गांव में लोगों पर हमला किए जाने से परेशान ग्रामीणों व किसानों ने शनिवार की देर शाम प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा प्रदर्शन किया तथा खेतों में फसल बर्बाद कर रहे दो दर्जन से अधिक पशुओं को पकड़कर गांव में स्थित सहकारी संघ क्रय केंद्र परिसर में बांध दिया।
शुक्रवार की देर शाम कोताना गांव के किसानों का धैर्य जवाब दे गया, क्योंकि आवारा पशुओं के संबंध में कोई सुनवाई नहीं हो रही थी, लिहाजा ग्रामीणों ने खुद ही आवारा पशुओं को खेतों व सड़कों से पकड़ने का निर्णय लिया। काफी मशक्कत के बाद दो दर्जन से अधिक पशुओं को पकड़ तो लिया, लेकिन पशुओं को पकड़ने के फेर में तीन किसान लक्ष्य, बिन्दर व जाकिर घायल हो गए।
पकड़े गए इन आवारा पशुओं की पूरी रात से लेकर शनिवार की सुबह तक ग्रामीणों ने रखवाली की ,ताकि ये यहां से भाग न जाए। ग्रामीणों का कहना था कि ,आवारा पशुओं द्वारा उनकी फसलों को बर्बाद किया जा रहा है। लगातार शिकायतों के बावजूद भी प्रशासन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। किसानों को दोहरी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। फसलों को उगाने से लेकर आवारा पशुओं की निगरानी करनी पड़ती है। इन आवारा पशुओं को गोशाला भिजवाने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है ,जिससे हर कोई परेशान है।
प्रदर्शन करने वालों में मुखिया, जाकिर, कालू, रामछैल, दीपक, कुलदीप, तेजपाल, मुनेश त्यागी, रमेश, प्रमोद, जसवंत, मुकीद प्रधान, विनोद त्यागी आदि मौजूद रहे।ग्रामीणों की मांग है कि, पकड़े गए इन आवारा पशुओं को
गौशाला में भिजवाया जाए |