किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन समस्याओं का समाधान न होने पर धरना जारी रखने की चेतावनी
शामली। किसान मजदूर संगठन पूरन ने किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सोमवार को कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया तथा मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर किसानों की सभी समस्याओं का प्रमुखता से समाधान किए जाने की मांग की। संगठन ने चेतावनी दी कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
जानकारी के अनुसार सोमवार को किसान मजदूर संगठन पूरन के जिलाध्यक्ष सुरेश पुंडीर के नेतृत्व में सैंकडों की संख्या में पदाधिकारियों व किसानों ने कलेक्ट्रेट में विभिन्न समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि पिछले दिनों हुई तेज बारिश व बाढ के चलते किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है जिस कारण किसानों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है। वहीं चीनी मिलें भी किसानों के बकाया का भुगतान नहीं कर रही है जिससे किसानों के सामने परिवार के पालन पोषण की समस्या खडी हो गयी है। भुगतान न होने से किसान अपने बच्चों की पढ़ाई व उनकी शादी भी नहीं कर पा रहे हैं। किसान भुगतान न होने व बढती महंगाई के कारण कर्ज के जाल में फंसता जा रहा है। उन्होंने बारिश व बाढ से तबाह हुई फसलों को लेकर किसानों को 10 हजार रुपये प्रति बीघा के हिसाब से मुआवजा दिए जाने, ब्याज सहित गन्ना भुगतान कराने, किसान सम्मान निधि सभी किसानों को मिले, ऐसी व्यवस्था करने, इसे बढ़ाकर मनरेगा की मजदूरी के बराबर प्रतिमाह दिए जाने, मनरेगा की खेती में जोडा जाए, आवारा पशुओं पर लगाम लगाई जाए, किसानों व मजदूरों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाएं, बिजली की समस्याओं का समाधान किया जाए, बिजली के बिल माफ व किसानों पर दर्ज बिजली संबंधित मुकदमें वापस लिए जाएं, जर्जर लाइनों को बदला जाए, किसान आयोग का गठन किया जाए, गांव व कस्बों में जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए, खोखरी नदी व काठा नदी में पानी छोडा जाए जिससे गिरता जलस्तर रुक सके। बेरोजगार युवकों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए, जिले के सभी अंडरपास से पानी की निकासी की व्यवस्था की जाए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा गया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसानों की समस्याओं का जल्द समाधान न हुआ तो किसान मजदूर संगठन धरना प्रदर्शन जारी रखेगा। इस मौके पर बडी संख्या में किसान मौजूद रहे।