मौसम के बदलाव के चलते बढ़ी वायरल के मरीजों की संख्या
बहसूमा। तापमान में हो रहे उतार चढ़ाव के चलते लोग मौसमी बीमारी की चपेट में आ रहे हैं यही कारण है कि अस्पताल में सर्दी, खांसी, बुखार, चर्म रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गई है। मौसम का सबसे अधिक असर बच्चों महिलाओं व बुजुर्गों पर दिख रहा है पिछले 15 दिनों से पीएचसी बहसूमा में आधे से अधिक मरीज मौसमी बीमारियों की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। बता दें कि बारिश के बाद से क्षेत्र में वायरल बुखार रोग तेजी से फैल रहा है। विशेषकर यह संक्रमण बच्चों में अधिक देखने को मिल रहा है बारिश के सीजन में बैक्टीरिया और वायरस अधिक मात्रा में एक्टिव हो जाते हैं। जिसमें वायरल बुखार के मामले बढ़ जाते हैं। इस तरह के मामले ज्यादातर स्कूलों में आ रहे हैं, क्योंकि कक्षा में किसी एक बच्चे में फैला यह संक्रमण संपर्क में आए दूसरे बच्चों में जल्दी फैलता है। बृहस्पतिवार को बहसूमा पीएचसी प्रभारी रूद्र कुमार पथरी से बात करने पर उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को तो अवकाश है लेकिन बुधवार तक बहसूमा पीएचसी पर वायरल फिवर के मरीज ओपीडी में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें से आधे से अधिक सर्दी, खासी, बुखार,दमा, चमड़े की बीमारी से जुड़े आते हैं। डॉक्टर रूद्र कुमार पथरी ने बताया कि मौसम में लगातार हो रहे बदलाव का असर सेहत पर भी काफी दिख रहा है मौसम में बदलाव के कारण लोगों में इम्यूनिटी कम हो जाती है इस वजह से लोग कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं डॉक्टर ने बताया कि बाहर से आने पर साबुन से हाथ धोएं।खान पान पर विशेष ध्यान दें। अधिक धूप में घर से बाहर न निकलें। ज़रूरत पड़ने पर छाता लेकर बाहर निकले।पानी अधिक मात्रा में पिएं।किसी तरह की परेशानी होने पर निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर डाकटर से सलाह लें।