विपत्तियों से घिरे जीवन में भी कृष्ण कभी व्यथित नहीं हुए
पाली में चल रही श्रीमद्भागवत कथा
ब्यूरो ललितपुर
ललितपुर पाली नगर पंचायत पाली में संगीतमय भागवत कथा का धार्मिक आयोजन चल रहा है , जिसमें कथा व्यास पंडित राम शास्त्री अपनी अमृतमयी वाणी से श्रोताओं को कथा का रसास्वादन करा रहे हैं ।धार्मिक भजनों पर श्रोता आस्था की भक्ति में खूब गोते लगा रहे है ।
कथाव्यास ने धर्मसभा को संबोधित किया तो कलाकारों ने रासलीला में सजीव चित्रण के साथ मंचन कर संगीतमय भजनों के साथ लोगों में धर्म व उत्साह का संचार किया। धर्मसभा को सम्बोधित करते कहा कि विपत्तियों से घिरे जीवन में भी कृष्ण कभी व्यथित नहीं हुए, जिसकी आंखें कारागार में खुली , माता-पिता के लालन पालन से वंचित रहे । गायों को चराकर बचपन बिताया, कंस ने जान लेने में कोई कसर नहीं छोड़ी । जन्मस्थान व गोकुल छोड़कर द्वारका में शरण लेनी पड़ी, युद्ध से भागकर रणछोड़ कहलाए। विपत्तियां जीवन का हिस्सा होती है इनसे घबराने की बजह धर्मपथ पर चलकर डटकर मुकाबला करना चाहिए। इसके साथ ही कृष्ण
बाललीला में माखन चोरी, पूतना वध, गोवर्धन पूजा, कंस वध आदि के प्रसंग बड़े रोचक ढंग से श्रोताओं तक पहुंचाए गए। कृष्ण के प्रति मीरा और राधा के प्रेम का वर्णन करते हुए बताया कि दोनों कृष्ण के प्रति कितनी दीवानी थीं मंच से जैसे ही गीत जमना किनारे मेरो श्याम सांवरे आ जइयो.. की धुन उठी तो कृष्ण अपनी गोपिकाओं के साथ मंच पर मयूर नृत्य की शानदार प्रस्तुति पेश करते हैं जो सबका मन मोह लेती है। धर्मसभा में मौजूद लोग भी अपने आप को रोक नहीं पाए और जमकर भक्ति रस में थिरकते नजर आते है। कार्यक्रम में कस्बावासी बड़े उत्साह के साथ आंनद ले रहे हैं ।