दो दिवसीय तब्लीगी इज्तिमा मुफ्ती सुफियान गंगोह की दुआ के बाद पूरा हुआ,,,, अपनी अपनी मगफिरत को उठे हजारों हाथ अपने गुनाहों से की तौबा देश में अमन और सुकून के लिए मांगी रो-रो कर दुआएं,,,

दो दिवसीय तब्लीगी इज्तिमा मुफ्ती सुफियान गंगोह की दुआ के बाद पूरा हुआ,,,, अपनी अपनी मगफिरत को उठे हजारों हाथ अपने गुनाहों से की तौबा देश में अमन और सुकून के लिए मांगी रो-रो कर दुआएं,,,


मवाना इसरार अंसारी। नगर में मेरठ रोड स्तिथ ईदगाह के पीछे मील बाईपास पर दो दिवसीय दीनी तबलीगी इज्तेमा का कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस दो दिवसीय इज्तेमा मे पहले दिन ही इज्तेमा गाह पर इजतेमाइयो का आगमन बड़े पैमाने पर जारी था अंतिम दिन दुआ का समय होने तक इज्तेमा गाह परिसर मे काफी तादाद में इंसानी समुंदर देखा गया। आयोजन के दूसरे दिन मतलब सोमवार को दुआ में शामिल होने के लिए अकीदत मंदों से पिंडाल खचाखच भर चुका था. रविवार के दिन से ही इजतेमाइयो की बढती संख्या को देखते हुए बिछायत की जिम्मेदारी वाली जमात ने पंडाल व आसपास बिछायत का इंतजाम किया. सोमवार इज्तेमा के आखरी दिन इज्तेमा गाह परिसर में चहुं ओर इजतेमाइयों का जनसैलाब देखा गया तो वही सभी वैलेंटीयर अपनी-अपनी ड्यूटी पर तैनात रहे तो वही पुलिस कर्मी जगह-जगह तैनात रहे और दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर मौजूद रही तथा नगरपालिका की ओर से पानी के टैंकर सुलभ शौचालय की गाड़ी मौके पर मौजूद रही। बता दें कि नगर में दो दिवसीय इज्तिमा असर की नमाज के बाद नसीम देवबंदी की तकरीर के साथ शुरू हुआ मौलाना नसीम देवबंदी ने अपनी तकरीर में कहा कि मुसलमानों को अपने दिल पर मजबूती के साथ चलना चाहिए क्योंकि मौत के बाद किसी को माफी मांगने का मौका नहीं मिलेगा और मौत कब आ जाए यह कोई नहीं जानता इसलिए मौत आने से पहले ही मौत की तैयारी करने वाला ही बेहतरीन इंसान है। उसके बाद मौलाना सालिक मेरठी ने अपने बयान में कहा कि अगर इंसान अपनी अच्छी आदत बनाए रखें तो वह अपनी अच्छी आदत से दुनिया और आखिरत में कामयाब होगा अल्लाह का डर ही हमें गलत कामों से रोकता है और सही सही काम करने की तौफीक देता है। इस दौरान इज्तिमगयाह पालिका के पूर्व अध्यक्ष मोहम्मद  अय्यूब पूरे दिन मौजूद रहे तथा तथा डॉक्टर फराहिम् का इज्तिमा के इंतजामात मैं विशेष सहयोग रहा। इस दौरान इज्तिमा में आने वाले लोगों की सहूलियत के लिए फ्री मेडिकल कैंप लगाए गए जिसमें बसपा कार्यकर्ता सुनीत कुमार ने भी मेडिकल कैंप लगाकर सहयोग किया। शहर काजी मौलाना नफीस अहमद कासमी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस दौरान इज्तिमा में लगभग 30 जोड़ों के निकाह हुए है और लगभग 35 जमाते जिसमें 4 माह तथा 40 दिन की जमात रुख मिलने के अनुसार अपने अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गई है। बता दे की इस दो दिवसीय दीनी तबलीगी इज्तेमा मे बडे पैमाने पर आसपास देहात क्षेत्र के लोगों ने इस आयोजन में शिरकत की. सोमवार को दूसरे दिन तकरीर के बाद मौलाना सुफियान गंगोह ने लगभग 9:20 पर दुआ शुरू की गई और लगभग आधा घंटे बाद दुआ संपन्न हुई। शहर काजी मौलाना नफीस अहमद कासमी ने सहयोग करने वाले सभी वैलेंटीयर का शुक्रिया अदा किया इस दौरान नायब शहर काजी मौलाना सलीम मौलाना मूवीन मौलाना जफिरुल इस्लाम मुफ्ती जावेद इसरार अहमद आदि उलामा मंच पर मौजूद रहे।