महिला की हत्या में सनसनीखेज खुलासा, आसाराम के आश्रम का पूर्व चौकीदार गिरफ्तार

महिला की हत्या में सनसनीखेज खुलासा, आसाराम के आश्रम का पूर्व चौकीदार गिरफ्तार

शाहजहांपुर के चौक कोतवाली क्षेत्र में 20 सितंबर को महिला का शव गन्ने के खेत में पड़ा मिला था। उसकी हत्या सेहरामऊ दक्षिणी के युवक ने की थी। आरोपी युवक आसाराम के आश्रम में चौकीदारी कर चुका है। उसने बदनामी के चलते महिला की गला काटकर हत्या की थी।

शाहजहांपुर के चौक कोतवाली क्षेत्र में गन्ने के खेत में महिला की चाकू से गला रेतकर हत्या के मामले में पुलिस ने बृहस्पतिवार को खुलासा कर दिया। उसकी हत्या एक युवक ने की थी। महिला युवक के साथ रहने की जिद कर रही थी। उससे पीछा छुड़ाने के लिए युवक ने वारदात को अंजाम दिया था। आरोपी युवक दुष्कर्म की सजा काट रहे आसाराम के आश्रम का चौकीदार रह चुका है। 

 



चौक कोतवाली के गांव चांदापुर के नजदीक 20 सितंबर को गन्ने के खेत में 42 वर्षीय महिला का शव मिला था। एसपी ने मौका-मुआयना किया था। कांट के अकर्रारसूलपुर के चौकीदार धर्मपाल की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस की सर्विलांस सेल को महिला का मोबाइल नंबर मिला। इसके बाद महिला की पहचान लालतप्पड़ डोईवाला देहरादून (उत्तराखंड) निवासी सीता के रूप में हुई।



 
पुलिस की एक टीम को जांच के लिए मौके पर भेजा गया। कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए पुलिस ने सेहरामऊ दक्षिणी थाना क्षेत्र के गांव सियूरा निवासी शिवनाथ (30) का नाम प्रकाश में आने के बाद न्यू दिल्ली दरबार के बंद पड़े ढाबे के सामने से उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से पिट्ठू बैग में कपड़े, विभिन्न दस्तावेज व 1.20 लाख रुपये बरामद हुए। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर मृतका का बैग व अन्य सामान भी बरामद कर लिया।


एसपी सिटी सुधीर जायसवाल ने बताया कि आरोपी शिवनाथ के साथ ही सीता शाहजहांपुर आई थी। वह उसके साथ घर जाने की जिद कर रही थी। आरोपी उसे आरसी मिशन थाना क्षेत्र में रुद्रपुर गांव में स्थित आसाराम के आश्रम में ठहराने की बात कहते हुए गन्ने के खेत की ओर लेकर गया। शिवनाथ पूर्व में आसाराम के आश्रम में चौकीदारी करता था।

बदनामी के डर से चाकू से रेता गला

पूर्व में आसाराम के आश्रम में चौकीदारी करने वाला शिवनाथ पिछले दो साल से देहरादून में काम करता था। वह जिस किराये के कमरे में रहता था, उसी के पास में सीता का कमरा था। पति कैलाश की मृत्यु होने के बाद उसे बेटा छोड़कर चला गया था। बेटी की शादी के बाद जलकर मृत्यु हो गई थी। अकेली सीता को शिवनाथ ने सहारा दिया। बीमार होने पर उसकी देखभाल भी करने लगा था। 

पुलिस को शिवनाथ ने बताया कि सीता ने बैंक में एफडी तुड़वाकर एक लाख 30 हजार रुपये दिए थे। वह बार-बार अपने घर ले जाकर वहीं पर रहने की जिद करती थी। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने 18 सितंबर को सीता को बस से हरिद्वार भेजा। फिर वह भी दूसरी बस से आ गया। वहां से दोनों शाहजहांपुर के हाईवे स्थित चांदापुर चौराहे पर उतरे। अविवाहित शिवनाथ ने बताया कि सीता उससे उम्र में काफी बड़ी थी। गांव में अधिक उम्र की महिला को घर में रखने पर बदनामी के डर के चलते उसकी हत्या की थी।

आश्रम में ठहराने का बहाना कर ले गया था

पुलिस के अनुसार, चांदापुर चौराहे पर उतरने के बाद शिवनाथ ने आसाराम बापू के आश्रम में ठहराने की बात कही थी। उसने सीता को बताया था कि कुछ दिन यहां रुक लें, परिजन को विश्वास में लेने के बाद घर लेकर चलेंगे। फिर बहाने से महिला को खेत की मेड़ पर बैठा दिया। बाद में चाकू से गला रेत दिया। पहचान छिपाने के लिए उसके कपड़े उतार दिए थे।

मोबाइल ऑन होते ही पुलिस को मिला सुराग

हत्या के बाद आरोपी ने देहरादून में अपना काम शुरू कर दिया। सर्विलांस सेल को सीता के मोबाइल नंबर की लोकेशन देहरादून की मिली। पुलिस ने उसकी पहचान कराते हुए देहरादून के लिए टीम को भेजा। महिला के मकान मालिक से बात हुई। इसके बाद आरोपी शिवनाथ का नाम प्रकाश में आने के बाद उसकी तलाश शुरू की। 

आरोपी ने अपना फोन बंद कर लिया था। जबकि सीता का मोबाइल लगातार चल रहा था। पकड़े जाने के डर से बैंक खातों से एक लाख रुपये व ज्वैलर्स को चेन बनवाने को दिए 30 हजार रुपये वापस लिए थे। कंपनी में छुट्टी लगाकर छिपता रहा। वह यहां पर हत्या के मामले में पुलिस की कार्रवाई के बारे में जानकारी लेने के लिए आया था, तभी हत्थे चढ़ गया।