परीक्षितगढ़ जरुरी नहीं चरागों से हो रोशनी , शिक्षा से घर हो रहे रोशन

परीक्षितगढ़ जरुरी नहीं चरागों से हो रोशनी , शिक्षा से घर हो रहे रोशन

 
   बुझने लगी हो आंखें तेरी,चाहे थमती हो रफ्तार उखड़ रही हो सांसें तेरी,दिल करता हो चित्कार दोष विधाता को न देना,मन में रखना ये आस विद्यालय नंबर 2 स्कूल में पढ़ने वाली बेटियां आत्मविश्वास से सराबोर है इनके सपने आइपीएस , डॉक्टर और वैज्ञानिक बनने तक के है । सपनों को हकीकत में बदलने के लिए
 ये बेटियां  हिम्मत रखती है। 

प्राथमिक विद्यालय नंबर दो में सोमवार को स्पेन व अमेरिका से पहुंचे अतिथियों का बच्चों ने पुष्प वर्षा व स्वागत गीत के साथ भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर स्कूल को दुल्हन की तरह ही सजाया गया था। उन्होंने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित किए अमेरिका व  स्पेन से पहुंचे लोगों को देखने के लिए लोग काफी उत्सुक बने हुए थे। तथा स्कूल की सजावट आए हुए अतिथि व स्थानीय लोगों को मन मोह लिया। अतिथियों ने  बच्चों से पढ़ाई संबंधति सवाल किए तो बच्चों ने उनके जवाबों को वे झिझक सही उत्तर दिये बच्चों का आत्म विश्वास देकर वह काफी उत्साहित हुए और शिक्षकों की सराहना की। 
प्राथमिक विद्यालय नंबर 2 स्कूल शिक्षा की अलख जगा रहा है शिक्षा के क्षेत्र में इबारत पर इबारत लिखता जा रहा है। पढ़ने वाली बेटियों के जाबाज हौसले के आगे सपने भी छोटे दिखाई देते हैं वो भी भला क्यों ना शिक्षक बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने में लगे हुए हैं स्कूल में पढ़ने वाली बच्चियों का शिक्षा के साथ-साथ उनकी सेहत का भी विशेष ध्यान रखा जाता हैं  

पुलिस अधिकारी बनना 

जानवी  कक्षा 4 की छात्रा है।
 उसका कहना है कि वह पढ़ाई में अपने भाईयों से अव्वल है। इसलिए उसे बेटा कहते हैं। जानवी पुलिस अधिकारी बनना चाहती है। 

डॉ बनना सपना 

 सानिया कक्षा 4 में पढ़ती है। उसका सपना डॉक्टर बनकर देश की सेवा करने का है, इसलिए मैं आगे की पढ़ाई भी जारी रखूंगी। 

   प्रोफेसर बनना चाहती है।

नगमा कक्षा 5 में पढ़ती हैं उसका सपना प्रोफेसर बनकर बालिकाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक कर कामयाब बनाने का है

बैंक अफसर बनना है

अलीशा कक्षा 5 की छात्रा है। अलीशा का सपना बैंक अफसर बनने व गरीबों की मदद करने का है।


 आईपीएस बनना चाहती हैं

 जानवी  कक्षा 5  में पढ़ती है। पिता मजदूरी करते है लेकिन जानवी के हौसले बुलंद है। वह पढ़ लिखकर आईएएस बनना चाहती है।

  असुरक्षा है बाधा

अलीना कक्षा 5 की छात्रा है। वह आईपीएस बनना चाहती है। अलीना का कहना है कि महिला असुरक्षा ही शिक्षा में सबसे बड़ी बाधा है। वह अफसर बनकर इसके खिलाफ लड़ेंगी।

 शिक्षा का हो प्रसार

 शोभा कक्षा  5 में पढ़ रही है  शोभा का सपना शिक्षक बनने का है। वह कहती है कि शिक्षक बनकर बच्चों को पढ़ाएगी। शिक्षा के प्रसार की सबसे ज्यादा जरूरी है।

प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक बने मिसाल

विदेश से पहुंचे लोगों ने बच्चों से शिक्षा के बारे में अनेक सवाल किए बच्चों ने सवालों के सही उत्तर दिए उन्होंने इस कार्य के लिए समस्त विद्यालय स्टाफ का आभार जताया।

प्रधानाचार्य मीतू रानी दीपिका धारीवाल, गीता रानी,रेखा रानी, सीमा रानी,वसीम अहमद का कहना है आज के दौर में बेटियां अच्छी शिक्षा हासिल कर बेटो से कहीं आगे हैं। बेटे एक कुल को रोशन करते हैं जबकि बेटियां दो कुलों को रोशन करती हैं इसलिए बेटी वे बेटो में भेदभाव ना करें उनके सपनों को पूरा होने दें ह्यूमाना पीपल टू पीपल संस्था स्कूल में सहयोग करती है। प्रस्तुति शोहिद सैफी परीक्षितगढ़।