पटाखों के धुएं से प्रकृति और पर्यावरण दोनों ही प्रभावित, घरों में मोमबत्ती बांटकर मनाएं दीपावली की खुशियां:राकेश विश्वकर्मा

पटाखों के धुएं से प्रकृति और पर्यावरण दोनों ही प्रभावित, घरों में मोमबत्ती बांटकर मनाएं दीपावली की खुशियां:राकेश विश्वकर्मा

संवाददाता आशीष चंद्रमौलि

बडौत।नगर पालिका के पूर्व सभासद एवं विश्व हिंदू परिषद् के पूर्व नगर अध्यक्ष राकेश विश्वकर्मा ने कहा कि, दीपावली त्योहार को घर-घर जाकर मोमबत्ती बांटने का काम करते हुए दीपावली पर सभी लोग हरियाली को बचाने का संकल्प लें और पर्यावरण के प्रति जागरूक होकर दीपावली पूजन को हर्ष उल्लास के साथ मनाने का काम करें। कहा कि, दीपावली खुशियों का त्यौहार है, लेकिन इस दिन पटाखे जलाकर दीपावली की खुशियां कम न करें। पटाखों के धुंए आदि से मानव स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और पर्यावरण को भी नुकसान होता है। 

कहा कि, पटाखों के धुएं से पेड़ पौधे सूख जाते हैं जबकि हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज पेड़ पौधे हैं। पेड़ पौधों की हवा मानव को शुद्ध करती है पेड़ पौधों से ही मानव को जीवनदायिनी ऑक्सीजन गैस मिलती है , इसी ऑक्सीजन के बिना मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। पटाखे फोड़ने से पहले लोगों को पर्यावरण का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। तहसील परिसर में दस्तावेज लेखक पूर्व सभासद राकेश विश्वकर्मा तहसील परिसर में अपने चेंबर पर प्रेस वार्ता में यह जानकारी दे रहे थे।