सन्त रामभद्राचार्य के महर्षि दयानंद पर टिप्पणी को लेकर भारी आक्रोश, अभियोग पंजीकृत कराने को एसएसपी को दिया प्रार्थना पत्र
सहारनपुर -- जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वाधान में संत रामभद्राचार्य द्वारा आर्य समाज संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती पर की गई गलत टिप्पणी को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को अभियोग पंजीकृत कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया।
पुलिस लाइन के निकट स्थित हकीकतनगर आर्य समाज में जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के नेतृत्व में जिले की आर्य समाजों से अनेक प्रतिनिधि एकत्र हुए। महर्षि दयानंद सरस्वती पर की गई संत रामभद्राचार्य की टिप्पणी को लेकर पूर्व में उनके पास प्रेषित पत्र जिसमें उन्हें गलती के लिए माफी मांगने या शास्त्रार्थ करने की बात कही गई थी उसका कोई जवाब न आने पर गहन विचार विमर्श किया गया। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के बैनर तले जिले की आर्य समाजों से आए प्रतिनिधि हाथों में ओ3म् ध्वज लहराते हुए आर्य समाज अमर रहे, महर्षि दयानंद की जय, ओ3म् का झंडा ऊंचा रहे उद्घोष करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और उन्हें संत रामभद्राचार्य पर महर्षि दयानंद सरस्वती के ऊपर आक्षेप लगाते हुए गलत टिप्पणी करने पर अभियोग पंजीकृत कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय ने मामले की जांच कराकर प्रतिनिधिमंडल को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
अभियोग पंजीकृत कराने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिए प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि संत रामभद्राचार्य का वीडियो और व्यक्तव्य के माध्यम से कहना है कि दयानंद से एक बड़ी भूल हुई है दयानंद ने रामायण और महाभारत को कल्पित कहां है। जबकि महर्षि दयानन्द सरस्वती ने कहीं भी ऐसा नही कहा है जो उनका सत्यार्थ प्रकाश ग्रंथ का तीसरा समुल्लास स्पष्ठ रूप से बताता है और आर्य समाज भी श्रीराम व श्रीकृष्ण को मर्यादित और आप्त महापुरुष मानता है।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष मा. जयपाल आर्य, जिला मंत्री स्वामी कृष्णानंद, जिला कोषाध्यक्ष रामकिशोर आर्य, जिला प्रचार मंत्री डॉ. वीरसिंह भावुक, आर्य वीर दल प्रदेश मंत्री अनुराग आर्य, आर्य वीर दल शिक्षण राजेश आर्य, पूर्व जिलाध्यक्ष अनिल आर्य, पूर्व जिलाध्यक्ष मांगेराम आर्य, पूर्व मंत्री अवनीश आर्य, भजनोपदेशक ऋषिपाल आर्य, पन्तजलि योग समिति प्रभारी बृजमोहन आर्य, देवेन्द्र आर्य, महावीर आर्य, राजकुमार आर्य राज सहित बड़ी संख्या में आर्यजन शामिल रहे।