खनन माफियाओं पर प्रशासन की शक्त कार्यवाही से खनन माफियों के हौसले पस्त। खनन माफियाओं पर प्रशासन की शक्त कार्यवाही से खनन माफियों के हौसले पस्त। 

खनन माफियाओं पर प्रशासन की शक्त कार्यवाही से खनन माफियों के हौसले पस्त। खनन माफियाओं पर प्रशासन की शक्त कार्यवाही से खनन माफियों के हौसले पस्त। 

रमेश बाजपेई 

ऊंचाहार रायबरेली। इन दिनों पुलिस और खनन माफियाओं का इतना तगड़ा गठजोड़ चल रहा है कि शायद इनके बीच कोई तीसरा आ जाए तो वो बड़ी घटना का शिकार बन जाए। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है। बीते दिनों एक कलमकार पत्रकार पर खनन माफियाओं द्वारा जानलेवा हमले की घटना को अंजाम दिए जाने के बाद जब पत्रकार किसी तरह बच गया तो खनन माफियाओं को लगा कि मानो अब उनका ही एकछत्र राज हो गया। हालाकि तहसील प्रशासन कार्यवाही में पीछे नहीं हट रहा है इससे साफ प्रतीत होता है कि खनन माफियाओं को संरक्षण देने वाला कोई और नहीं बल्कि स्थानीय खाकी ही है।ये हम ऐसे नही लिख रहे हैं इससे पूर्व में हल्का आरक्षियों द्वारा दी गई जानकारियों से इस बात की पूर्व में ही पुष्टि हो चुकी है ।फिलहाल ताजा मामला ऊंचाहार कोतवाली के कोटरा बहादुरगंज का है जहां ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे तहसीलदार अजय गुप्ता व उनकी राजस्व टीम ने अवैध खनन में लिप्त जेसीबी सहित तीन ट्रैक्टर ट्रालियों सहित एक मोटर साइकिल को कब्जे में लिया है। जबकि अवैध खनन कर रहे लोग प्रशासकीय संरक्षकों की सूचना पर पहले ही मौके से फरार हो गए। तहसीलदार अजय गुप्ता ने अवैध खनन माफियाओं पर नकेल कसने की दिशा में कार्यवाही करते हुए अपर जिलाधिकारी प्रशासन व प्रभारी अधिकारी खनन को पत्र लिखकर कार्यवाही करने की मांग की है ।

उपजिलाधिकारी सिद्धार्थ चौधरी ने बताया की उक्त अवैध खनन में पाई गई एक जेसीबी मशीन सहित तीन ट्रैक्टर ट्रालियों पर करवाही की जा रही है। प्रशासन की इस कार्यवाही से खनन माफिया में हड़कंप मच गया है।