बीएड.में पूजा ,हर्षिता एवं आरती ने 80.25 प्रतिशत अंक प्राप्त कर बनी महाविद्यालय की टॉपर 

डी.एल.एड. में जितिन 92.125 प्रतिशत अंक लाकर किया टाप अभी की मेहनत देगी श्रेष्ठ परिणाम ,डा शशिकांत शर्मा,,

बीएड.में पूजा ,हर्षिता एवं आरती ने 80.25 प्रतिशत अंक प्राप्त कर बनी महाविद्यालय की टॉपर 

रमेश बाजपेई 

महराजगंज रायबरेली। न्यू स्टैंडर्ड कॉलेज ऑफ़ हायर एजूकेशन सलेथू में 16 अक्टूबर को बी.एड.चतुर्थ सेमेस्टर एवं डी.एल.एड. तृतीय सेमेस्टर में महाविद्यालय स्तर पर प्रथम 10 स्थान प्राप्त करने वाले छात्र अध्यापकों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।समारोह के मुख्य अतिथि डॉ.शशिकांत शर्मा एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. रश्मि शर्मा ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।लखनऊ विश्वविद्यालय एवं परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज के द्वारा घोषित परीक्षा परिणाम के परीक्षार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए प्रबंध निदेशक डॉ. शर्मा ने कहा कि जो छात्र अपने विद्यार्थी जीवन में कठिन परिश्रम करेगा उसका भविष्य आने वाले समय में हीरेके समान चमकेगा प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना का मुख्य उद्देश्य बेहतर शिक्षा के द्वारा देश का जिम्मेदार आत्मनिर्भरनागरिक बनाना है।बी. एड.की टॉपर पूजा तिवारी ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहां की हमारी सफलता का श्रेय यहां के शिक्षक हैं ।प्राकृतिक वातावरण में अत्यधिक भौतिक सुविधाओं से युक्त यह विद्यालय प्रांगण सीखने की प्रवृत्ति को विकसित करता है इसी के साथ ही आयुषी शुक्ला और आशुतोष ने भी छात्र जीवन से संबंधित अपने विचारों को रखा स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को माला पहनकर, मिठाई खिलाकर सम्मानित किया गया बीएड चतुर्थ सेमेस्टर में आरती यादव ,हर्षित सिंह व पूजा तिवारी ने 80.25 प्रतिशत अंक प्राप्त करके प्रथम, आकांक्षा यादव 80 प्रतिशत अंक से द्वितीय, रितु रानी 79.75 प्रतिशत से तृतीय रहीं। वहीं डी. एल. एड. तृतीय सेमेस्टर में जितिन 92.125 प्रतिशत अंकों से प्रथम रहे, संजय कुमार 91.375 प्रतिशत से द्वितीय, सबीहा बानो 89.875 प्रतिशत से तृतीय रहीं। डीएलएड प्राचार्य धीरेन्द्र सिंह ने धन्यवाद किया इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. शिव ओम श्रीवास्तव प्रवेश प्रभारी डॉ.अरुण चौधरी शैक्षिक प्रभारी गौरव मिश्रा, खुशबू सिंह,आशीष वर्मा,प्रवीण कुमार,प्रमोद कुमार,उदय सिंह, सौरभ कुमार, आर एन सिंह आदि उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन जे सी श्रीवास्तव ने किया।