तीर्थंकर का मोक्ष पाना निश्चित : आ सुनील सागर

तीर्थंकर का मोक्ष पाना निश्चित : आ सुनील सागर

संवाददाता शशि धामा

खेकड़ा।पंचकल्याणक महामहोत्सव की धर्मसभा में प्रवचन करते हुए आ सुनील सागर महाराज ने कहा कि, तीर्थंकर का मोक्ष पर जाना निश्चित था। प्रथम आहार देना एक बडे सौभाग्य की बात है।

पंचकल्याण की धर्मसभा में आचार्य सुनील सागर महाराज ने श्रद्धालुओं को तत्वज्ञान दिया। कहा कि, सांसारिक जीवन के जाल में फंसे मनुष्य को भगवान के लिए भी समय निकालकर अपने लिए मोक्ष की तैयारी करनी चाहिए। दुनिया की चकाचौंध में फंसे मनुष्य को ज्ञान रूपी प्रकाश की ओर आना होगा। 

तीर्थंकर भगवान के आहार का गुणगान करते हुए महाराज श्री ने कहा कि ,तीर्थंकर मुनि को आहार देना परम सौभाग्य की बात है। दिगंबर साधु बनना बड़ी अद्भुत और सुंदर प्रक्रिया है। दिगंबर जैन साधु ही कभी भोजन मांगकर नहीं लेता। पात्र में नहीं करपात्र यानि हाथों के पात्र में आहार लेता है। तीर्थंकर का मोक्ष पाना निश्चित होता है। महाराज ने कहा कि, वे तो बिना आहार के भी निर्वाण प्राप्त कर सकते थे, लेकिन तीर्थंकर उस समय आहार नहीं लेते ,तो आज आहार दान की परंपरा नहीं होती।