ईओ पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप हटाने की मांग पर अड़े अध्यक्ष एवं सभासद

ईओ ने किया पलटवार तीन सभासदों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग

ईओ पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप हटाने की मांग पर अड़े अध्यक्ष एवं सभासद

ईओ पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप हटाने की मांग पर अड़े अध्यक्ष एवं सभासद

- एक दिन पहले प्रस्ताव पास कर किया था कार्य मुक्त

- जिलाधिकारी को भी सौंपा पत्र कार्यवाही का जिला अधिकारी ने दिया आश्वासन

- ईओ ने किया पलटवार तीन सभासदों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग

जलालाबाद-अधिशासी अधिकारी पर वित्तीय अनियमितताओं, भ्रष्टाचार सरकारी जमीन पर कब्जा करवाने एवं सभासदों के खिलाफ दुर्व्यवहार करने व अपने रिश्तेदारों के पक्ष में दबाव बनाकर टेंडर छुड़वाने का आरोप लगाकर नगर पंचायत अध्यक्ष एवं सभासदों ने जिला अधिकारी को शिकायत कर अधिशासी अधिकारी को हटाने एवं दूसरा अधिशासी अधिकारी नियुक्त करने की मांग की। वही सभासद एवं नगर पंचायत अध्यक्ष पक्ष पर दबाव बनाने के लिए अधिशासी अधिकारी ने भी तीन सभासदों के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।

शामली जनपद की जलालाबाद नगर पंचायत में तैनात जितेंद्र कुमार अधिशासी अधिकारी के खिलाफ मंगलवार को बोर्ड की बैठक में उस समय तनाव फैल गया जब सभासदों ने अधिशासी अधिकारी पर मनमानी रूप से अपनी हठधर्मिता दिखाने वित्तीय अनियमितताओं को करने एवं अपने बहनोई एवं साले को दूसरे ठेकेदार के लाइसेंस पर अप्रत्यक्ष रूप से ठेकों में शामिल करने का दबाव बनाया। इसके बाद नगर पंचायत अध्यक्ष जहीर मलिक एवं सभासदों ने नगर पालिका का अधिनियम 1916 की धारा 58 का हवाला देते हुए अधिशासी अधिकारी को कार्य मुक्त करने का प्रस्ताव पास किया। मुख्य सचिव के साथ ही मंडलायुक्त जिलाअधिकारी आदि को भी मामले में पत्र भेज कर अवगत कराया। वहीं बुधवार के दिन नगर पंचायत अध्यक्ष जहीर मलिक एवं नगर पंचायत के 15 सभासद जिला अधिकारी शामली रविंद्र कुमार से मिले उन्हें एक प्रार्थना पत्र देते हुए अधिशासी अधिकारी को हटाने की मांग की जिला अधिकारी ने जांच कर कार्रवाई का शासन दिया है। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष जहीर मलिक ने अधिशासी अधिकारी पर आरोप लगाया कि अधिशासी अधिकारी ने पूर्व में नगर पंचायत के सफाई कर्मचारी को अपने निजी कार्य के लिए अपने आवास पर भेजा था लौटते वक्त जहां कर्मचारियों की मौत हुई। वहीं नगर पंचायत का एक वाहन भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ। जिसके कारण वित्तीय हानि हुई एवं कस्बे में ही सरकारी जमीन पर लाखों रुपए लेकर कब्जा करवाया एवं अपने बहनोई व साले पर अप्रत्यक्ष रूप से दूसरे ठेकेदारों के साथ मिलकर टेंडर छुड़वाने का दबाव बनाया। विभिन्न आरोप लगाकर नगर पंचायत अध्यक्ष एवं सभासदों ने अधिशासी अधिकारी को हटाने एवं दूसरे अधिशासी अधिकारी को तैनात करने की मांग रखी। वहीं दूसरी ओर बुधवार के दिन अधिशासी अधिकारी जितेंद्र कुमार थानाभवन क्षेत्राधिकारी के पास पहुंचे उन्होंने एक तहरीर देते हुए नगर पंचायत के तीन सभासदों पर दुर्व्यवहार करने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने आदि का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कार्यवाही की मांग की है। दोनों पक्षों की तनातनी अब चर्चा का विषय बनी हुई है। ज्ञात हो की पूर्व की तैनाती के समय भी उक्त अधिशासी अधिकारी के खिलाफ कई जगहों पर गंभीर मामलों में मुकदमे दर्ज हैं जो अभी तक न्यायालय में चल रहे हैं।

सभासद राकेश शर्मा

सभासद राकेश शर्मा का कहना है कि ईओ ने अपने निजी कार्य के लिए नगर पंचायत के सफाई कर्मी को अपने आवास पर भेजा था वापस लौटते समय उसकी मौत हुई थी। एक लाखो रुपये का वाहन क्षतिग्रस्त हुआ था। जबकि सरकारी जमीन पर लाखों रुपए लेकर कब्जा करवाया है एवं अपने आवास पर एसी लगवाया एवं बेड आदि अनधिकृत रूप से लगवाया है भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। ईओ दबाव बनाने के लिए आरोप लगा रहे है।

सभासद राशिद का कहना है

नगर पंचायत में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं हमने केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है। अगर अधिशासी अधिकारी के खिलाफ दुर्व्यवहार हुआ है तो उसकी पूर्णता जांच हो, लेकिन अगर अधिशासी अधिकारी झूठ बोल रहे हैं तो दोषी के खिलाफ भी कार्रवाई हो।

सभासद इकबाल का कहना है

नगर पंचायत में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं कैमरे की रिकॉर्डिंग से सब कुछ साफ हो जाएगा कौन क्या करता है, लेकिन हमने ईओ के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है हम भ्रष्टाचार नहीं होने देंगे।