अधिशाषी अधिकारी कब्जे को रोकने में नाकाम , कब्जा धारियों के हौसले बुलंद
योगी सरकार को कब्जा धारी नगर पंचायत की मिलीभगत से दिखा रहे आईना
कब्जा धारियों के हौसले बुलंद सरकारी जमीन पर कब्जा
- पूर्व में भी नगर पंचायत ने जमीन को कराया था कब्जा मुक्त
- फिर से कब्जा धारियों ने निर्माण किया शुरू फोटो इंटरनेट मीडिया में वायरल
थानाभवन-सरकारी जमीन पर कब्जा धारियों द्वारा पक्का निर्माण कर कब्जा किए जाने के फोटो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद चर्चा का विषय बना हुआ है। पूर्व में नगर पंचायत ईओ ने खुद मौके पर पहुंचकर जेसीबी से कब्जे को हटाया था। लेकिन कब्जा धारियों ने दोबारा से पक्का निर्माण कर कब्जा करना शुरू कर दिया है। सरकारी जमीनों पर कब्जे के मामले क्षेत्र में अब चर्चा का विषय बने है।
उत्तर प्रदेश सरकार बड़े भूमाफियाओं अपराधियों के खिलाफ प्रदेश स्तर पर बड़े पैमाने पर अभियान चला रही हैं। अपराध में शामिल लोगों पर जहां सरकार ने बड़ी कार्रवाई की हैं और उनकी अवैध संपत्तियां पर बुलडोजर चलवा दिया है। वहीं सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले लोगों पर लगाम लगाने के लिए एंटी भूमिया सेल भी बनाई है, लेकिन थानाभवन में सरकारी जमीनों पर आए दिन होते कब्जो ने सरकार की मनसा के विपरीत काम करने वाले लोगों की पोल खोलने का काम किया है। ऐसा ही मामला उस समय सामने आया जब थानाभवन मुल्लापुर मार्ग पर कृष्णा नदी के पास सरकारी जमीन पर अवैध रूप से पक्का निर्माण कर कब्जा धारी कब्जा कर रहे हैं। ज्ञात हो कि पूर्व अधिशासी अधिकारी मेघा गुप्ता ने भी कुछ समय पहले मौके पर पहुंचकर उस समय किए जा रहे अवैध कब्जे को जेसीबी से हटवा कर सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त करवाया था। उसके बाद भी नगर पंचायत ने एक बार अवैध कब्जे को हटाया था, लेकिन कब्जा धारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि एक बार फिर अवैध कब्जा धारियों ने जमीन पर पक्का निर्माण करना शुरू कर दिया। फोटो इंटरनेट मीडिया में वायरल होने के बाद मामला चर्चा का विषय बना है। लोगों का कहना है कि आखिर किसके संरक्षण में कब्जाधारी सरकारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। जब सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए हर समय तैयार है। फिर नगर पंचायत थानाभवन में ऐसे लोगों पर लगाम लगाने में सरकारी तंत्र क्यों नाकाम हो रहा है। सरकारी जमीनों पर कब्जे का मामला अब चर्चा का विषय बना है।