गेहुँ की बुआई करने के बाद पहला पानी देने में जल्दी न करें : पाहून कुमार

गेहुँ की बुआई करने के बाद पहला पानी देने में जल्दी न करें : पाहून कुमार

ब्यूरो डा योगेश कौशिक

बागपत | गेहूं की बुआई के बाद किसानों को कोर का पानी अथवा पहली सिंचाई करने में जल्दी नहींं करनी चाहिए, यह कहना है बिनौली के एफपीओ के सीईओ पाहून कुमार का | बताया कि,गेहूं में पहला पानी बुआई के 21 दिन पर देना चाहिए, क्योंकि वैज्ञानिक भी यही कहते हैं कि, 21 दिन पर क्राउन रूट निकलती हैं और यह स्टेज पानी लगाने के लिए सबसे जरूरी स्टेज हैं , इसलिए किसानों को इसी समय पानी लगाना चाहिए | 

पहला पानी लेट लगाने के संबंध में बताया कि व्यक्तिगत रूप से और प्रगतिशील किसानों ने अनुभव किया हैं कि, हम 7 से 10 के बीच जितना लेट पहला पानी लगाते हैं उतनी पैदावार ज्यादा होती हैं | पानी लेट लगाने के कारण ही खरपतवार पर नियंत्रण हो जाता है, जिससे अनावश्यक कीटनाशकों का प्रयोग भी उतना नही करना पड़ता | बताया कि,खरपतवार को उगने के लिए नमीं और सूरज की रोशनी की जरूरत होती हैं लेकिन ,पानी लेट लगाने से खरपतवार के बीज को नमीं नहीं मिलती और गेहूं की फसल1 महीने की होने के बाद अच्छा फुटाव ले चुकी होती हैं , पानी लेट और गेहूं की फसल में फुटाव की वजह से खरपतवार के बीज को रोशनी भी कम मिलती हैं | पहला पानी लेट लगाने से फुटाव अच्छा होता हैं | 

वहीं किसानों के लिए यह भी कहा कि यदि आपकी फसल पानी मांगती हो, तो फिर बिल्कुल भी लेट ना करें ,चाहे फसल कितने दिन की ही हो | फसल खुद बता देती हैं कि ,उसे पानी की जरूरत हैं | सलाह दी कि,पहला पानी लेट करने की प्रक्रिया पहले थोड़े क्षेत्र में अपनाएं , अगर रिजल्ट अच्छे आएं तो बड़े क्षेत्र में अपनाएं |