देवयज्ञ और पितृ यज्ञ के द्वारा सामाजिक समरसता व उन्नति का मार्ग होता है प्रशस्त : :कपिल शास्त्री
आंखों के मुफ्त चिकित्सा शिविर में विशेषज्ञ डाक्टरों ने दी सेवाएं
संवाददाता राहुल राणा
दोघट | संस्कार, सेवा और समरसता ही यज्ञीय संस्कृति के माध्यम से वसुधैव कुटुंबकम् के उद्घोष को आत्मसात् कर ही भारत फिर से विश्वगुरु बन सकेगा | यह कहना है वैदिक विद्वान कपिल शास्त्री का, जिनके नेतृत्व में आज गाँव धनोरा टीकरी में दिल्ली पुलिस के हरेन्द्र वैदवान द्वारा आयोजित राष्ट्र की उन्नति व पर्यावरण शुद्धि के लिए स्वस्ति यज्ञ कराया गया | इस अवसर पर नेत्र चिकित्सा शिविर भी लगाया गया ,जिसमें नेत्र विशेषज्ञ डॉ अंजलि खोखर व डॉ स्वाति खोखर ने अनेक रोगियों की आंखों की जांच की।
इस दौरान यज्ञ में व नेत्र जांच शिविर में श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा सेवा और श्रद्धा का भाव लिए हरेन्द्र कुमार सपत्नीक यज्ञमान बने ।मा मनोज वैदवान ,अजय कुमार , जगपाल वैदवान ,डॉ जितेन्द्र वैदवान, मा बिजेंद्र ,भीम ,राजसिंह , आदित्य , करणवीर ,सोनू वैदवान ,डॉ अंजलि खोखर ,डॉ स्वाति खोखर,डॉ हरेन्द्र राणा आदि उपस्थित रहे।