पहलगाम आतंकी हमला: कानपुर के व्यापारी शुभम की सिर में गोली मारकर हत्या, परिवार में मचा कोहराम
एक बार फिर बर्बर आतंकियों का निहत्थे पर्यटकों पर प्राण़घाती हमला,

जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार दोपहर हुए आतंकी हमले में उत्तर प्रदेश के कानपुर निवासी सीमेंट व्यापारी शुभम द्विवेदी की दर्दनाक मौत हो गई। घटना के वक्त शुभम अपने परिवार के 11 सदस्यों के साथ पहलगाम घूमने आए थे।
पत्नी ने बयाँ की दहशतगर्दों की बर्बरताः
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शुभम अपनी पत्नी ऐशन्या के साथ पहाड़ी क्षेत्र में घुड़सवारी कर रहे थे। तभी वर्दीधारी आतंकियों ने वहां हमला बोल दिया। चश्मदीद ऐशन्या के अनुसार, आतंकियों ने शुभम से धर्म पूछा और कलमा पढ़ने को कहा। जब शुभम ने कहा कि उन्हें नहीं आता, तो एक आतंकी ने पास से उनके सिर में गोली मार दी। "हम पहाड़ के गेट के पास ही खड़े थे, मैगी खा रहे थे। तभी अचानक वर्दी में आतंकी आए। पूछने लगे – मुसलमान हो? फिर कहा – कलमा पढ़ो। शुभम ने कहा, नहीं आता… और उन्होंने गोली मार दी।” – ऐशन्या, पत्नी
परिवार मे पसरा मातमः
शुभम मूलतः महाराजपुर के रघुबीर नगर हाथीपुर के रहने वाले थे और वर्तमान में श्याम नगर, कानपुर में रह रहे थे। शुभम के पिता संजय द्विवेदी कानपुर में एक बड़े सीमेंट कारोबारी हैं। उनका परिवार सामाजिक और राजनीतिक रूप से प्रभावशाली माना जाता है। चाचा मनोज द्विवेदी ज्योतिषाचार्य हैं और चचेरे भाई शैलेंद्र द्विवेदी भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं।
26 लोगों की मौत की आशंका, हिंदुओं को बनाया गया निशाना:
हमले में अब तक 26 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है और 10 से अधिक लोग घायल हैं। एक अन्य पीड़िता पल्लवी ने बताया कि आतंकियों ने विशेष रूप से हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया। “मैंने उनसे कहा, मुझे भी मार दो, तुमने मेरे पति को मार दिया है… उनमें से एक ने कहा – मैं तुम्हें नहीं मारूंगा, जाओ मोदी को बता देना।”
सुरक्षा व्यवस्था पर लगा प्रश्न चिह्नः
घटनास्थल पर मौजूद पर्यटकों और पीड़ितों के अनुसार, इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बेहद ढीली थी। यह हमला एक बार फिर कश्मीर में पर्यटन सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहा है।
सरकार से माँगः
पीड़ित परिवारों ने केंद्र और राज्य सरकार से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई, पीड़ितों को मुआवजा और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।