ब्राह्मण सनातन धर्म की धुरी है, सनातन धर्म जिंदा है तो हमारे बड़े पूर्वजों ने बलिदान दिए हैं : डॉ विकास शर्मा

-ब्राह्मण एकता परिषद के होली मिलन समारोह में शामिल हुए फॉकस अल्ट्रासाउंड सेंटर के डायरेक्टर ने समाज को संगठित करने पर दिया जोर

ब्राह्मण सनातन धर्म की धुरी है, सनातन धर्म जिंदा है तो हमारे बड़े पूर्वजों ने बलिदान दिए हैं : डॉ विकास शर्मा

अनिल चौधरी ब्यूरो रिपोर्ट 

हाथरस। ब्राह्मण एकता परिषद के तत्वावधान में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर अतिथि के बतौर हाथरस शहर के नामचीन अल्ट्रासाउंड सेंटर के डायरेक्टर व वरिष्ठ समाजसेवी डॉ विकास शर्मा जी का रहना हुआ। सबसे पहले भगवान परशुराम की मूर्ति पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित किया। इस मौके पर डाँ विकास शर्मा ने ब्राह्मण महासभा की एकता को दिखाने के लिए सभी दूर दराज से आए लोगों का बारंबार धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा किसी भी स्तर पर ब्राह्मण का मुकाबला कोई नहीं कर सकता है इसलिए अन्य समाज के लोग नकारात्मक सोच रखते हैं। ब्राह्मण समाज के पास बौद्धिक क्षमता है, क्योंकि छत्रिय को भी सस्त्र चलाने का ज्ञान दिया है तो हमारे ब्राह्मण आचार्य द्वारा दिया गया है। अगर वैश्य समाज को लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त है तो वह हमारे आचार्य के मुख से निकले मंत्रों के द्वारा प्रदान की गई है। ब्राह्मण भारत छोड़ो को बात को ध्यान रखते हुए कहा कि ब्राह्मण को इस भारतवर्ष से क्या पूरे विश्व से इस धर्म को कोई नहीं मिटा पाएगा। इसका एक कारण है कि ब्राह्मण धर्म है या ब्राह्मण जाति है वह सनातन धर्म की धुरी है। सनातन धर्म जिंदा है तो हमारे बड़े पूर्वजों ने बलिदान दिए हैं।

डॉ विकास शर्मा ने कहा आज जरूरत है ब्राह्मण समाज को अपनी शक्ति पहचानने की और उसका सदुपयोग कर जरूरतमंद ब्राह्मण को यथा संभव सहयोग कर उसका उत्थान किया जाए। क्योंकि एकता और आदर्शों पर चलकर ही समाज की प्रतिष्ठा कायम रह सकती है। डॉ विकास कुमार शर्मा अलीगढ़ रोड के दयानतपुर पर श्री कृष्णा फार्म हाउस में आयोजित होली मिलन समारोह में मंच से ब्राह्मण लोगों को एकता के साथ मजबूती देने का काम कर रहे थे।