चित्रकूट -जिलाधिकारी अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिला स्वास्थ्य समिति की शासी निकाय की बैठक।
कोई भी चिकित्सक मरीजों को बाहर की दवाई न लिखे- जिलाधिकारी
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि एम सी एच विंग खोह में तैनात डॉ शिवचन्द द्वारा जिस दिन कार्य किया जाए उसी दिन का वेतन दिया जाए, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मऊ से कहा कि डॉ विद्या सागर द्वारा सिजेरियन में सहयोग न करें तो अवगत कराएं, प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की सूची एवं उपचार की स्थिति पर संबंधित एएन एम व आशा को चिन्हित कर कार्यवाही सुनिश्चित करें।
अधीक्षक जिला चिकित्सालय एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि चिकित्सालय में टेलीमेडिसिन शुरू करें तथा सभी जगह कंप्यूटर से पर्चा व दवा का भी वितरण कराया जाए, उन्होंने कहा कि अस्पतालों में दवाई जहां पर रखी जा रही है उनको चेक करने के लिए चिकित्सक व फार्मेसिस्ट को नामित करके नियमित रूप से चेक कराएं ताकि कोई दवाई एक्सपायरी न रहे *कोई भी चिकित्सक मरीजों को बाहर की दवाई न लिखे सभी अस्पतालों में दवाएं उपलब्ध है वही दवाई दी जाए* बहुत जरूरी हो तभी बाहर की दवा लिखी जाए
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी से कहा कि जिन स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं पर एएन एम, आशा गलत सूचना दें तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए,एएन एम व आशा की समीक्षा करते रहे। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर रक्तदान शिविर आयोजित कराकर जहां पर रक्त रखने कि व्यवस्था है वहां कराएं और जहां पर नहीं है तो वह जिला अस्पताल में रक्तकोष में जमा कराए,
सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी बीएच एस एन डी शेषन के दौरान अपने अपने क्षेत्र का भ्रमण करके टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित कराया जाए ड्यूलिस्ट के अनुसार सभी को टीका, जांच व दवाएं उपलब्ध कराएं जहां पर वजन मशीनें खराब हो गई है वहां पर व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए प्रभारी चिकित्सा अधिकारीयों से कहा कि सभी जगह एएन एम की बैठकर करके देख ले कि स्वास्थ्य संबंधी मशीनरी की कहां पर कमी है ताकि शासी निकाय से क्रय की व्यवस्था कराया जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि एम एच एस विंग खोह में स्वास्थ्य संबंधी उपकरण आदि व्यवस्थाओं में जो कमी है उसके लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाए उन्होंने कहा कि सभी प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में जो स्वास्थ्य संबंधी कमियां उनका भी प्रस्ताव बनाकर डीएचएस की बैठक के कार्यवृत्त में शामिल करते हुए शासन को भेजें, जिलाधिकारी द्वारा जननी सुरक्षा योजना, एसएनसीयू वार्ड,एफ आर यू,आर सी एच पोर्टल, अंधता निवारण कार्यक्रम आदि स्वास्थ्य संबंधी बिंदुओं की विस्तृत समीक्षा की गई।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुधीर कुमार, जिला विकास अधिकारी श्री आरके त्रिपाठी,अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एम के जतारया,उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मुकेश पहाड़िया, जिला मलेरिया अधिकारी श्री लाल सिंह,अपर जिला पंचायत राज अधिकारी श्री रमेश चंद्र गुप्ता, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री आरके करवरिया सहित संबंधित अधिकारी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट-रामेन्द्र सिंह