मांगे नहीं माने जाने पर विद्युत कर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया धरना, सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप
संवाददाता आशीष चंद्रमौली
बड़ौत। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते को लागू नहीं किए जाने के विरोध में कर्मियों ने कार्य बहिष्कार करते हुए दिल्ली सहारनपुर रोड स्थित 132 केवी उपकेंद्र पर धरना दिया तथा धरना स्थल पर मौजूद विद्युत् कर्मचारियों ने नारेबाजी की और चेतावनी दी कि, कर्मचारियों से वादाखिलाफी मंहगी पडेगी।
बताया गया कि,विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा व विद्युत प्रबंधन से विभिन्न मांगों को माने जाने का 3 दिसम्बर 2022 में समझौता हुआ था ,जिसमें अवर अभियंताओं व अभियंताओं को पूर्व की भांति तीन पदोन्नति पद का वेतनमान देने, पावर सेक्टर एम्पलाइज प्रोटेक्शन एक्ट को लागू कराना, विद्युत कर्मियों व पेंशनर को मिल रही रियायती बिजली की व्यवस्था बरकरार रहने आदि मांगे माने जाने पर समझौता हुआ था। शर्त के अनुसार 15 दिन बाद सभी शर्तें माने जाने का आश्वासन दिया गया था।
सरकार द्वारा समझौता शर्तें लागू नहीं होने पर विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने विद्युत प्रबंधन को कई बार समझौता लागू किए जाने के बारे में चेताया, लेकिन प्रबंधन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। विवश होकर कर्मचारियों ने विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के जिला संयोजक मनोहर सिंह तोमर के नेतृत्व में मंगलवार को नगर में मशाल जुलूस निकाला तथा आज से कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठ गए। कर्मचारियों का कहना है कि, मांगे नहीं माने जाने से कर्मचारियों में रोष है तथा गुरुवार तक कार्य बहिष्कार रहेगा ,इसके बाद 72 घंटे तक अधिकारी व कर्मचारी सब हड़ताल पर रहेंगे।
धरना स्थल पर मनोहर सिंह तोमर, दुर्गेश कुमार जायसवाल, केपी पुरी, गुलशन कुमार कनौजिया, लवकुश राघव, अमित कुमार, शिखा यादव, सीताराम, राकेश कुमार, महेश राज शर्मा, केके पटेल, प्रदीप गुप्ता, नरेंद्र प्रताप आदि कर्मचारी अधिकारी मौजूद रहे।