अधिकारियों ने खेतों पर जाकर लहलहाती फसलें देखी और उत्पादन बढोत्तरी के दिए टिप्स

अधिकारियों ने खेतों पर जाकर लहलहाती फसलें देखी और उत्पादन बढोत्तरी के दिए टिप्स

पीली पीली सरसों देखकर किसके मन में उमंग नहींं होगी! 

संवाददाता मो जावेद

छपरौली | विकासखंड के ख्वाजा नगला, बाछोड़ ,ककोर कला, तिलवाड़ा , हेवा ,हलालपुर ,बदरखा आदि गांवों में किसानों को सरसों की खेती का निरीक्षण करते हुए पैदावार बढाने के लिए जानकारी दी गई। 


एडीओ कृषि व बीटीएम यशपाल ने ,राजकीय कृषि बीज भंडार से सरसों का बीज लेकर बुवाई करने वाले प्रत्येक किसान को सल्फर व सिंगल सुपर फास्फेट डालने की सलाह दी थी तथा पाया कि, प्रत्येक कृषक ने दोनों पोषक तत्वों को खेत में डाला है। 

निरीक्षण में फसल स्वस्थ और हरी-भरी तथा रोग रहित देख किसानों के साथ अधिकारी भी प्रसन्न हुए तथा बताया कि ,सरसों का जो बीज गिरिराज हमें प्राप्त हुआ था, ऐसी फसल हमने पहले कभी नहीं देखी। वहीं किसानों को सलाह दी गई कि, बुवाई करने के 55 से 65 दिन पर फूल निकलने से पहले ही दूसरी सिंचाई कर दें। बुवाई के 5 सप्ताह के बाद पहली सिंचाई और फिर ओट आने पर प्रति हेक्टेयर 75 किलोग्राम नाइट्रोजन का छिड़काव करें | बताया कि, फसल बुवाई के 15 से 20 दिन बाद घने पौधों की छटनी करके पौधों की आपसी दूरी 15 सेंटीमीटर कर लें। निरीक्षण और टिप्स दिए जाने के दौरान कृषि विभाग के यशपाल सिंह सहायक तकनीकी मैनेजर सुरेश पाल पवार व अमित कुमार आदि उपस्थित रहे।