प्रियंका गांधी के निजी सलाहकार के खिलाफ बयान दर्ज कराने पहुंची अर्चना गौतम
संदीप सिंह की छाती पर मूंगी दलूंगी अर्चना गौतम
बिगबॉस फेम, मॉडल अभिनेत्री अर्चना गौतम शनिवार को मेरठ में सीओ ब्रहमपुरी के दफ्तर पहुंची हैं। अर्चना गौतम आज यहां कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सलाहकार संदीप सिंह के खिलाफ पुलिस को बयान देने आई हैं।
बता दें कि अर्चना गौतम का आरोप है कि रायपुर, छत्तीसगढ़ में पिछले दिनों हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में संदीप सिंह ने उनको प्रियंका गांधी से मिलने से रोका था। इतना ही नहीं अर्चना ने आरोप लगाया था कि संदीप ने उन्हें जातिसूचक अपशब्द भी कहे थे। संदीप सिंह के खिलाफ अर्चना ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया था। इसके बाद उनके पिता गौतमबुद्ध ने मेरठ के परतापुर थाने में संदीप सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
अर्चना गौतम ने कहा कि मेरे पिता ने मेरे बिहाफ पर कंप्लेन दर्ज की थी। अर्चना गौतम यहां सीओ ब्रहमपुरी कार्यालय में संदीप सिंह के खिलाफ बयान दर्ज कराने पहुंची हैं। अर्चना गौतम ने कहा कि संदीप सिंह ऐसा इंसान है जो महिलाओं के चरित्र, जाति पर जाता है। उसे महिला-पुरुष की रिस्पेक्ट नहीं हैं। वो अपने ही लोगों को आगे बढ़ाता है। कहा कि संदीप सिंह ने पूरी कांग्रेस पार्टी को खा रखा है।
कहा कि संदीप सिंह जो कर रहे हैं उसे कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता नहीं बोल सकता। क्योंकि उसे खौफ है कि कहीं उसे पार्टी से बाहर न कर दिया जाए। अर्चना ने कहा कि मैं पार्टी में रहूंगी और संदीप सिंह जैसों की छाती पर बैठकर मूंग दलूंगी।
वहीं अर्चना ने कहा कि वो कांग्रेस को नहीं छोड़ेंगी। क्योंकि प्रियंका गांधी ने उनका बुरा वक्त में साथ दिया है। उन्होंने प्रियंका गांधी को ज्वाइन किया है। उन्हीं से लड़ना सीखा है। इसलिए वो पार्टी नहीं छोड़ेंगी। कहा कि वो संदीप सिंह के खिलाफ लड़ेंगी।
अर्चना गौतम ने कहा कि वो प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और खाबरी और खारके जी को चिट्ठी लिखने जा रही है। उसमें वो संदीप सिंह के सारे काले चिट्ठे बताएंगी।
मैं न डरूंगी न समझौता करुंगी
कहा कि मैं समझौता करने के लिए मेरठ नहीं आई हूं, समझौता करना होता तो जब मुझे मुंबई में समझौते के लिए कॉल गया था मैं तभी समझौता कर लेती। मैं अपनी लड़ाई लड़ूंगी। कहा लड़की हूं लड़ सकती हूं। अगर मैंने ही आज समझौता कर लिया तो देश की सारी महिलाएं अपने आप से समझौता करेंगी। वो मैं नहीं होने दूंगी। क्योंकि मैंने राजनीति में कदम रखा है समझौते के लिए नहीं आई हूं।