चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया

चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया

राज्य मुख्यालय एवं डी० संजीव मांगलिक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहारनपुर (संवाददाता) विश्व हृदय दिवस अवसर पर जनपद सहारनपुर समस्त चिकित्सा इकयों पर एवं जिला चिकित्सालय पर एक विशाल चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। एस०बी०डी० जिला चिकित्सालय परिसर में एक विशाल चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन माननीय राजीव गुम्बर, नगर विधायक सहारनपुर एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा संजीव मांगलिक के करकमलो द्वारा किया गया। उद्घाटन में प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, डा० रतनपाल सुमन, डा० पूजा शर्मा अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा० राकेश चन्द्र, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० ओ०पी० गुप्ता अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी श्रीमती शिवांका गौड नोडल अधिकारी एन०सी०डी० सहारनपुर मौजूद रहे। उक्त चिकित्सा शिविर में मा० विधायक जी द्वारा स्वयं अपनी शुगर जाँच कराई गयी तथा शिविर में दी जा रही सेवाओं एवं लगाये गये स्टॉलों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान से सभी से जानकारी प्राप्त की गयी।

डा० संजीव मांगलिक मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा हृदय रोग के बारे में जानकारी दी गयी कि हृदय रोग का सबसे प्रमुख कारण धूम्रपान करना, परिवार में किसी को इस बीमारी का होना बहुत ज्यादा मोटापा, मधुमेह और उच्च रक्तचाप होना, सुस्त जीवनशैली का होना, दैनिक जीवन में शारीरिक श्रम न करना बहुत ज्यादा तनाव लेना और फास्टफूड का सेवन करना से हृदय रोग के कारण है।

डा० अनिल वोहरा जनरल फिजिसियन एन०सी०डी० व श्रीमती शिवांका गौड नोडल अधिकारी एन०सी०डी० द्वारा जानकारी दी गयी कि हृदय रोग सामान्यता दो प्रकार के है कोरोनरी धमनी रोग तब होता है जब आपके हृदय की धमनियों संकुचित या अवरूद्ध हो जाती है। यह हृदय रोग का सबसे आम प्रकार है और अधिकांश दिल के दौरे के साथ-साथ एनजाइन (सीने में दर्द) का कारण बनता है। संवहनी रोग अन्य रक्त वाहिकाओं में समस्या है जो रक्त प्रवाह को कम करती है। और आपके हृदय के कार्य को प्रभावित करती है तथा शिविर के पश्चात ए०एन०एम० ट्रेनिंग सेन्टर सहारनपुर में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करनी वाली छात्राओं को पुरस्कार वितरित किये गये। डा० ख्याजा ख्यायम मनोचिकित्सक, श्री खालिद हुसैन डीपीएम श्री ब्रिजेश कुमार, श्री लोहित भारती श्री मुददसर अली, श्री सूर्य प्रताप श्री राजेश रोहिला तथा तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ट व जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के समस्त अधिकारी / कर्मचारी मौजूद रहे।

हृदय वाल्व रोग के निम्न लक्षण हो सकते हैं।

• सांस लेने में कठिनाई,

• चक्कर आना

• बेहोशी आना

• शारीरिक गतिविध के दौरान छाती में भारीपन महसूस होना

• पल्पिटेशन

• हार्ट मर्मर

• पैर या पेट में सूजन

• असामान्य वजन में बढोत्तरी

हृदय रोग से बचाय

ताजे फल, सब्जिया और साबुत अनाज खाना चाहिए।

• प्रतिदिन 5 से 10 सर्विग्स के बीच कही भी ले सकते है।

• धूम्रपान व शराब का सेवन का करें।