बढ़ती गर्मी – हीट स्ट्रोक से बचे

डॉ. संजीव मिगलानी एम.डी. (मेडिसन) हृदय रोग विशेषज्ञ एवं फिजिशियन

बढ़ती गर्मी – हीट स्ट्रोक से बचे

ब्यूरो रिपोर्ट 

सहारनपुर 

बढ़ती गर्मी मे "हीट स्ट्रोक" का खतरा बढ़ गया है। शहर के प्रमुख चिकित्सक डा० संजीव मिगलानी ने बताया कि यूरोपियन व अमेरिकन क्रिटिकल एसोसिएशन मुख्यतः दो प्रकार के हीट स्ट्रोक के टैस्ट (मानक) होते है।

1.

HSI (हीट स्ट्रोक इंडेक्स)

HSI-10-30 - माईल्ड हीट स्ट्रोक (Stage 1)

HSI-31-60 - माईल्ड हीट स्ट्रोक (Stage II)

HSI-70-90 - माईल्ड हीट स्ट्रोक (Stage III)

2.

P4S4 (4 घन्टे में पसीना आना)

P4S4 Stage 1 - 4 घन्टे में आधा लीटर पसीना आना (ऑफिस वाले लोगों को) P4S4 Stage 2-4 घन्टे में 1.5 लीटर पसीना आना (उन लोगों को जो आधा टाईम फील्ड एव आधा टाईम ऑफिस में) P4S4 Stage 3 - 4 घन्टे में 4.5 लीटर पसीना आना (मजदूर लोगों को आता है)

3. इन लोगों को ज्यादा संभावना है :-

1. हाई ब्लड प्रेशर मरीजो के लिए

2. हृदय रोगी मरीजो के लिए

3. डायबिटिज के मरीजो के लिए

4. किडनी के मरीजो के लिए

5. साँस के मरीज़ो के लिए

6. मजदूर लोगों को

7. खेतों में काम करने वालो को

8. भट्टो में काम करने वालो को

9. ड्राईवर को

10. ज्यादा फील्ड में रहने वालो को

रोकथाम एवं उपाय

1. लगातार फील्ड में काम करने वाले हर एक घंटे में एक लीटर नींबू पानी,

शिकंजी या ओ आर एस का घोल आदि लेते रहे।

2. ऑफिस और फील्ड में सामान अनुपात में काम करने वाले हर घंटे में आधा

लीटर लिक्विड पदार्थ लेते रहे।

3. सुविधायुक्त ऑफिस में लगातार रहने वाले इसी अवधि में ढाई सो

मिलीलीटर लिक्विड पदार्थ लेते है।

4. गांव देहात में हीट स्ट्रोक आने पर मरीज के शरीर पर तब तक ठंडी पट्टी बांधे, जब तक तापमान 101 से नीचे नही आता।

5. ऐसे रोगियों को हर आधे घंटे की अवधि में एक लीटर लिक्विड पदार्थ अवश्य पिलाते रहें।

6. यदि किसी मरीज को मुंह से लिक्विड दे पाना संभव न हो तो नार्मल ग्लूकोज चढ़ाया जा सकता है।

7. गर्मियों में सफर के दौरान चश्मे, हेलमेट और सिर पर कपड़े का प्रयोग बचाव में कारगर ।

8. इस मौसम में ढीले और हीट से बचाने वाले हल्के रंग के सूती परिधानों का प्रयोग किया जाना उपयोगी है।

9. फील्ड में चक्कर आने पर रोगी गिर जाए तो उसके पैरो की दिशा ऊपर की ओर कर दे ताकि गर्मी दिमाग में न चढ़ें।

10. कुछ लिक्विड उपलब्ध न होने पर चुटकी भर नमक और दो चम्मच चीनी का घोल पिलाते रहें।

11. शुरूआती उपचार के बावजूद स्थिति में सुधार न होने पर चिकित्सकीय सलाह लेने में कतई देर न लगाये।

5. हीट स्ट्रोक के लक्षण :

1. हीट स्ट्रोक में शरीर का तापमान तेजी में बढ़ता है।

2. दौरे पड़ना, शरीर लगातार तपना ।

3. गफलत में मरीज का उल्टा सीधा बोलना ।

4. ब्लड प्रेशर नीचे आना।

5. चौथी और पांचवी स्टेज में कोमा में चला जाना।

6. कई मरीज़ो को सांस लेने में भी दिक्कत होती है।

7. हाई बीपी, शुगर, हार्ट व किडनी पेशेंट को अधिक खतरा ।