ईंट भट्टे पर बंधक बनाकर मजदूरों से कराया काम, मजदूरी भी नहीं दी, पुलिस ने कराये मुक्त

ईंट भट्टे पर बंधक बनाकर मजदूरों से कराया काम, मजदूरी भी नहीं दी, पुलिस ने कराये मुक्त

••बंधक बने मजदूर परिवारों के बच्चे व महिलाएं भी शामिल

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

बागपत। सोशल मीडिया पर ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन में  हड़कंप मच गया तथा तुरंत एक्शन लेते हुए बंधक बने मजदूरों को मुक्त कराया गया। वहीं अपने गंतव्य के लिए  सामान रखते हुए सभी ने राहत की सांस ली। 

 ईट भट्टे पर मजदूरी करने आए दो दर्जन से अधिक परिवारों को बंधक बनाने का मामला उस समय सामने आया, जब सोशल मीडिया पर आडियो वायरल हो गई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया तथा भारी पुलिस बल  ईट भट्टे पर पहुंचा तथा मजदूरों को बंधन मुक्त कराते हुए उन्हें अपने घर की ओर रवाना किया।

बता दें कि,बागपत कोतवाली क्षेत्र के सरूरपुर कला गांव के निकट एक ईंट भट्टे पर दो दर्जन से अधिक परिवारों को भट्ठे पर बंधक बनाकर रखा हुआ था।इसी दौरान किसी तरह मालिकों से बचते हुए एक मजदूर ने भट्ठे पर बंधक होने की सूचना का एक ऑडियो बनाया तथा उसे  सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था , जिसके वायरल होने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया था। रणनीति तैयार कर भारी पुलिस बल ईट भट्टे पर पहुंचा और सभी मजदूरों को बंधन मुक्त कराते हुए उनके घर भेज दिया।

बंधक बने परिवारों की महिलाओं ने बताया कि, एक महीने से ईंट भट्टे पर काम कर रहे थे ,जब उन्होंने पैसे की मांग की ,तो परिवारों को बंधक बना लिया। पुलिस के आने के बाद ही पीड़ित मजदूरों ने राहत की सांस ली।


महिलाओं का आरोप,भट्ठा मालिक भूखे रख कर देता था यातनाएं

बडी संख्या में बंधक बनी महिला मजदूरों ने ईंट भट्ठा मालिक पर उन्हें भूखे रख कर यातनाएं देने का भी आरोप लगाया ।कहा कि, एक माह से भट्ठा मालिक ने हमसे काम कराया , पैसे मांगने पर मारपीट शुरू की गई। बच्चों के लिए खाना और दवा दिलाने के लिए भी पैसे उनके पास नहीं थे। पैसे मांगने पर बदसलूकी की गई।

 एसडीएम के निर्देश पर सरूरपुर चौकी इंचार्ज कृपेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ ईंट भट्ठे पर पहुंचे और बंधक बने मजदूरों को मुक्त कराया तथा सभी मजदूरों का सामान गाड़ियों में रखवा कर उन्हें गंतव्य के लिए रवाना किया ।

आरोप बेबुनियाद: भट्ठा मालिक

दूसरी ओर भट्ठा मालिक ने कहा कि , उसने लेबर के ठेकेदार को 18 लाख रुपए दिए हुए हैं । किसी को बंधक नहीं बनाया गया है तथा चार दिन से लेबर ठेकेदार ईंट भट्टे से फरार है व उसका फोन भी बंद है । मजदूरों द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।