रटौल नगर पंचायत पर अध्यक्ष के खिलाफ सभासद हुए लामबंद, किया धरना शुरु
संवाददाता शमशाद पत्रकार
रटौल ।स्थानीय नगर पंचायत पर सभासदों नें अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है तथा धरना देते हुए आरोप लगाया कि, उन्हें किसी बोर्ड मीटिंग में नही बुलाया जाता। आक्रोश भरे लहजे में कहा कि,रटौल का विकास नही विनाश हो रहा है।
रटौल नगर पंचायत के चुनाव के बाद से ही सभासदों और नगर पंचायत अध्यक्ष में खीचतान चली आ रही है। सभासदों नें बताया कि, उन्हें किसी बोर्ड मीटिंग में नहीं बुलाया जाता है। सभासद हसमत चौधरी नें आरोप लगाते हुए बताया कि, गुरुवार को बोर्ड मीटिंग आयोजित की गई, जिसमें सिर्फ तीन सभासदों को बुलाकर उन्हें लालच दिया गया ।आरोप लगाया कि, रटौल में लगभग 12 करोड़ रुपये अभी तक विकास के लिए आये हैं, जिन्हें विकास के लिए कम और जेब भरने के लिए ज्यादा इस्तेमाल किया गया है । कहा कि, वह कस्बे का विकास चाहते हैं, इसलिए कभी आवाज नहींं उठायी, लेकिन अब बर्दाश्त नही किया जायेगा तथा रटौल के विकास के लिए आया पैसा ,विकास में ही खर्च किया जायेगा।
सभासद नजारत चौधरी ने बताया कि, उनके वार्ड में अधिकांश कार्य वह अपनी जेब से करा रहे हैं। इसलिए सभी सभासदों ने इकट्ठा होकर नगर पंचायत भवन पर अध्यक्ष के खिलाफ अनिश्चितकाल धरना शुरू कर दिया है। कहा कि,सभासदों की मांग है, उन्हें बोर्ड मीटिंग में बुलाया जाये और अभी तक हुए सभी कार्यो की जांच कराई जाये।धरने के दौरान सभासदों द्वारा नगर पंचायत कार्यालय बंद कर दिया गया । धरने पर सभासद हसमत चौधरी, आमिर,उबैदुल्ला नौशाद अंसारी, मोसिन मलिक,नजारत चौधरी आदि सभासद मौजूद रहे।
धरने के संबंध में क्या बोले चेयरमैन
नगर पंचायत अध्यक्ष ने दावा किया कि, रटौल में सर्वाधिक विकास कार्य हुए हैं। तालाबों की सफाई, रास्ते निर्माण सफाई, नाला निर्माण के प्रस्ताव और कार्य लगातार हो रहे हैं। मीटिंग में सभी को सूचना दी जाती है, लेकिन कुछ सभासद देखकर हस्ताक्षर नहींं करते। सभी प्रस्तावों पर बोर्ड बैठक में विचार विमर्श होता है तथा बिना किसी मनमुटाव के कार्य कराए जाते हैं।सभासदों के फर्जी हस्ताक्षर की बात भी उन्होंने बेबुनियाद बताई।