एक से 30 अप्रैल तक चलेगा विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान
10 से 30 अप्रैल तक चलेगा दस्तक अभियान
रायबरेली,।संचारी रोगों एवं दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण और कार्रवाई के लिए सूबे में एक से 30 अप्रैल तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान और इसी बीच 10 से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि इस संबंध में शासन से निर्देश प्रात हो गए हैं | शासनादेशानुसार अभियान की तैयारियां की जाएंगी | पिछले सालों में चलाए गए अभियान के समान ही यह अभियान विभिन्न विभागों के परस्पर सहयोग से चलेगा | इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायती राज विकास विभाग, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, सिंचाई विभाग, पशुपालन विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, कृषि विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग, वाणिज्य कर एवं मनोरंजन विभाग तथा सूचना जनसम्पर्क विभाग सहयोग करेंगे | जिसमें स्वास्थ्य विभाग नोडल की भूमिका में होगा |
इसके साथ ही 10 से 30 अप्रैल तक चलने वाले दस्तक अभियान में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बुखार, इंफ़्लुएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई), फाइलेरिया, काला जार, कुष्ठ रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों और कुपोषित बच्चों का नाम, पता, मोबाइल नंबर सहित सम्पूर्ण विवरण ई–कवच पोर्टल पर अपलोड करेंगी | इसके साथ ही क्षेत्रवार घरों की सूची जहां मच्छरों का प्रजनन पाया गया है, इसका विवरण निर्धारित प्रपत्र पर भरकर संबंधित अधिकारी को उपलब्ध कराएंगी | स्वास्थ्य कार्यकर्ता माइक्रोप्लान के अनुसार कार्यक्षेत्र में आने वाले परिवारों के सभी सदस्यों का आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउंट (आभा) सृजन भी अवश्य रूप से करेंगे और वह परिवार को आभा नंबर से अवगत कराएंगे |
शासन द्वारा उत्तर प्रदेश सहित देश के कई भागों में सामान्य से अधिक तापमान रहने की संभावना व्यक्त की गई है | ऐसी स्थिति में वेक्टरजनित और जलजनित रोगों के आउटब्रेक्स अधिक होने की संभावना है | इसी क्रम में शासन से गर्मी के मौसम से संबंधित रोगों के बारे में विभिन्न विभागों के परस्पर समन्वय से प्राथमिकता के आधार पर भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर लोगों के लिए शुद्ध एवं शीतल पेयजल की व्यवस्था किये जाने, गर्मी से बचाव के लिए शेल्टर्स की सुविधा, व्यस्त स्थानों पर मौसम के पूर्वानुमान तथा तापमान का डिस्प्ले करने, हीट वेव से बचाव के लिए उपायों का विद्यालयों एवं जनमानस में व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश भी मिले हैं |