दरोगा भर्ती में मुन्ना भाई गिरफ्तार, 9 मिनट में 30 सवालों 12 लाख रुपए लेकर देते थे परीक्षा
लखनऊ में हुसैनगंज पुलिस ने दरोगा भर्ती 2020-2021 की ऑनलाइन परीक्षा में इलेक्ट्रानिक डिवाइस का इस्तेमाल करने वाले शामली के अक्षय मलिक को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। जांच में सामने आया कि फर्जीवाड़े में शामिल अन्य अभ्यर्थियों की तरह अक्षय ने भी बहुत कम समय में सवाल हल कर लिए थे।
आगरा के यश इन्फोटेक ऑनलाइन सेन्टर पर दी थी परीक्षा
अक्षय ने यह परीक्षा आगरा के यश इन्फोटेक ऑन लाइन सेन्टर पर 12 नवम्बर से दो दिसम्बर के बीच दी थी। उसने इलेक्ट्रानिक डिवाइस की मदद से साल्वर के जरिये महज नौ मिनट 37 सेकेण्ड में हर सवाल का सही जवाब दिया था। इस मामले में पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड के एसपी हफीजुर रहमान ने एक दिन पहले ही इसमें दूसरा मुकदमा हुसैनगंज कोतवाली में दर्ज कराया था।
40 में 29 सवालों का जवाब सिर्फ 4 मिनट में दिया
इंस्पेक्टर हुसैनगंज जितेन्द्र प्रताप सिंह के मुताबिक अक्षय मलिक शामली के बावरी का रहने वाला है। उसने 40 सवालों में 29 का सही जवाब सिर्फ चार मिनट 32 सेकेंड में दिया था। आनलाइन पड़ताल में यह खुलासा हुआ था कि अक्षय ने 9.37 सेकेंड में हर सही सवाल का जवाब दिया था। इसी तरह दूसरे पेपर में 40 सवालों में उसने 30 सही जवाब दिये। इसके लिए मात्र नौ मिनट तीन सेकेण्ड का समय लिया। इसके कुछ सवालों के जवाब सिर्फ दो से चार सेकेण्ड में दे दिये गये।
अक्षय ने पूछताछ में दी साथियों के विषय में जानकारी
पुलिस पूछताछ में अक्षय ने कई जानकारियां दी है। उसने बताया कि उसके गिरोह में करीब दर्जन भर लोग सक्रिय हैं। यह लोग 10 से 12 लाख रुपए में दूसरे की जगह पेपर देते हैं।
गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में तीन टीम लगी
हुसैनगंज पुलिस ने नौ दिन पहले इसी तरह चयनित अभ्यर्थी रितेश समेत तीन लोगों को पकड़ा था। तब 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर कराई गई थी। रितेश का सेन्टर गोरखपुर में सत्यम सॉल्यूसंस में था। उसने गिरोह को 15 लाख रुपए दिये थे। इस मामले में फरार लोगों की तलाश में तीन टीमें लगी हुई है।